दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में 1,009 कोरोना के नये मामले सामने आये और एक संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गयी. पिछले 24 घंटे के दौरान 314 लोग स्वस्थ होकर अपने घर गये. दिल्ली में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 2,641 हो गयी है. पॉजिटिविटी रेट 5.70 फीसदी पहुंच गयी है. इन सबसे अलग एक डराने वाला आंकड़ा यह है कि पिछले तीन महीने (जनवरी से मार्च 2022) के दौरान कोरोना से जितने लोगों की मौत हुई है, उनमें से 97 फीसदी में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) की पुष्टि हुई है.
ये आंकड़े सरकार की ओर से जारी किये गये हैं. इसमें बताया गया है कि 578 लोगों के सैंपल लिये गये और उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग करवायी गयी, तो पता चला कि इनमें से 560 सैंपल में ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण पाया गया. शेष 18 सैंपल में डेल्टा वैरिएंट के साथ COVID-19 के अन्य वैरिएंट्स पाये गये. बता दें कि दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और मिजोरम में तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा है. फलस्वरूप दिल्ली में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये जुर्माना लगाने का प्रावधान कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी सख्ती शुरू कर दी है. राजधानी लखनऊ समेत सात जिलों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. जिस रफ्तार से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. बुधवार को देश में 2000 से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आये. चिंता की बात यह है कि संक्रमित लोगों में कोई गंभीर लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं. दो दिन पहले तक दिल्ली की सरकार कह रही थी कि चिंता की कोई बात नहीं है. पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, फिर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उसके बाद स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने भी कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है.
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देखते ही देखते कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे, तो अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना लगा दिया है. पहले कहा गया था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट उतना घातक नहीं है, जितना घातक डेल्टा वैरिएंट था. बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के लिए सरकार ने 21,839 बेड रखे थे. इनमें से 92 फीसदी यानी 20,117 सीटें 6 मई को ही फुल हो गयीं थीं. एक बार फिर दिल्ली में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. इसको देखते हुए देश में कोरोना की चौथी लहर की आशंका बढ़ गयी है.