नयी दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव में राजग प्रत्याशी रामनाथ कोविंद के खिलाफ विपक्ष ने गुरुवार को पूर्व लोकसभाध्यक्ष और दलित नेता मीरा कुमार को अपनी ओर से उम्मीदवार घोषित किया. पूर्व राजनयिक मीरा कुमार जानेमाने नेता दिवंगत जगजीवन राम की पुत्री हैं. 17 विपक्षी दलों ने आज एक बैठक में सर्वसम्मति से मीरा कुमार का नाम चुना.
कोविंद के भी दलित समुदाय से आने के कारण इस बार राष्ट्रपति चुनाव ‘दलित बनाम दलित’ हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘हमने मीरा कुमार को राष्ट्रपति चुनाव में उतारने का फैसला किया है…हमें उम्मीद है कि अन्य दल भी हमारे साथ आएंगे.’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मीरा कुमार के नाम को सर्वसम्मति से चुना गया.
राकांपा नेता शरद पवार ने तीन नामों का प्रस्ताव किया. इनमें मीरा कुमार के अलावा पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे तथा राज्यसभा सदस्य भालचंद्र मुंगेकर के नाम शामिल थे. दोनों महाराष्ट्र के दलित नेता हैं. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी तथा बी आर अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर के नामों का प्रस्ताव किया.
मीरा कुमार को कांग्रेस ने बली का बकरा बनाया : भाजपा
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित करके मीरा कुमार को बली का बकरा बनाया और और पार्टी जब सत्ता में उन्हें इस शीर्ष संवैधानिक पद पर निर्वाचित कराने की स्थिति में थी तब उसने ऐसा नहीं किया. भाजपा प्रवक्ता जी वी एन नरसिम्ह राव ने कहा, ‘जब कांग्रेस सत्ता में थी उसके पास अवसर था कि वह एक दलित नेता को राष्ट्रपति निर्वाचित करा सकती थी तब उसे मीरा कुमार उपयुक्त नहीं लगी. लेकिन जब विपक्षी उम्मीदवार की पराजय तय है तब उसने उन्हें बली का बकरा बनाया है.’
उन्होंने कहा, ‘इससे स्पष्ट है कि शीर्ष पदों पर वंचित वर्ग के नेताओं को निर्वाचित कराने के प्रति उसकी कोई प्रतिबद्धता नहीं है और उसे दिखावे के लिए उन्हें उतारने (राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार) का निर्णय किया है.’
राष्ट्रपति चुनाव में बसपा का मीरा कुमार को समर्थन
बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति पद के लिए संप्रग उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन किया. मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि कोविंद शुरू से ही भाजपा और आरएसएस की संकीर्ण विचारधारा से जुड़े रहे हैं इसलिए वह उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि से सहमत नहीं है. मायावती ने कहा कि मीरा कुमार इस पद के लिए राजग उम्मीदवार राम नाथ कोविन्द से अधिक लोकप्रिय एवं सक्षम हैं.
मीरा कुमार को संप्रग का उम्मीदवार घोषित किये जाने के तुरंत बाद मायावती ने समर्थन का ऐलान कर दिया. मायावती ने सोमवार को कहा था कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उनकी पार्टी कोविन्द को उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर सकारात्मक रुख रखती है लेकिन बसपा चाहती थी कि सत्ताधारी गठबंधन किसी गैर राजनीतिक दलित उम्मीदवार का चयन करता.