जसवंत ने भाजपा को आडे हाथ लिया

बाडमेर : नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए भाजपा के बागी प्रत्याशी जसवंत सिंह ने आज यहां कहा कि लोकतंत्र के लिए ‘व्यक्ति पूजा’ सही नहीं है और इससे पार्टी को नुकसान होगा. बाडमेर से निर्दलीय लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर परचा भरने के एक दिन बाद जसवंत ने कहा, ‘‘पार्टी जिस तरह एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2014 5:04 PM

बाडमेर : नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए भाजपा के बागी प्रत्याशी जसवंत सिंह ने आज यहां कहा कि लोकतंत्र के लिए ‘व्यक्ति पूजा’ सही नहीं है और इससे पार्टी को नुकसान होगा. बाडमेर से निर्दलीय लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर परचा भरने के एक दिन बाद जसवंत ने कहा, ‘‘पार्टी जिस तरह एक व्यक्ति पर पूरा ध्यान लगा रही है, वह सही नहीं है. लोकतांत्रिक प्रक्रिया में ऐसा नहीं चल सकता.’’

जब उनसे पूछा गया कि भाजपा के नाम पर वोट मांगने वाली पार्टी इस चुनाव में मोदी के नाम पर वोट मांग रही है, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं कल ही इस बारे में कह चुका हूं, कहा जिस प्रकार का व्यक्तिवाद पार्टी में चल रहा है वह पार्टी के लिए ठीक नहीं है, व्यक्तिवाद लोकतंत्र में नहीं चल सकता.’’ पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘शायद राजनाथ सिंह ने किसी ‘योजना’ के तहत मुङो पार्टी से दूर किया है. मैं बेहद आहत हूं, लेकिन मैंने पार्टी :भाजपा: नहीं छोडी है. यदि पार्टी चाहती है तो मुङो छोड दे.’’ सिंह ने कहा, ‘‘यह दूसरा मौका है जब पार्टी ने मेरे साथ विश्वासघात किया है और यह सहनीय नहीं है. मुझे मझधार में छोड दिया गया, लेकिन मुझे भगवान पर पूरा विश्वास है.’’

वरिष्ठ नेता ने कहा कहा, ‘‘निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में नामांकन दाखिल करने के बाद मेरे से पार्टी के अधिकृत नेता या किसी ने भी सम्पर्क भी नहीं किया, न तो दिल्ली से और न ही जयपुर से.’’ सिंह ने लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बाडमेर से चुनाव लडने का निर्णय लिया, क्योंकि भाजपा ने इस सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक सोनाराम चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया था, जो पिछले हफ्ते ही भाजपा में शामिल हुए थे.

सिंह ने कहा कि जिस तरह की चीजें पार्टी के अंदर हो रही है, वह पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ हैं और पार्टी पर कुछ ऐसे लोगों ने कब्जा कर लिया है, जो पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों का कभी सम्मान नहीं करते थे. सिंह से जब प्रश्न किया गया कि विधानसभा चुनाव में आपका समर्थन कर रहीं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अचानक लोकसभा चुनाव में आपका विरोध क्यों किया, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रश्न आप उनसे ही पूछिये. लेकिन एक बात मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैंने ही वसुंधरा राजे का नाम पहली बार मुख्यमंत्री के लिए सुझाया था.’’

उन्होंने बताया, ‘‘मैं, अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी विमान से गोवा जा रहे थे. इस दौरान वाजेपयी के राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम सुझाने के लिये कहने पर मैंने ही वसुंधरा राजे का नाम सुझाया था. बाद में भैंरो सिंह शेखावत ने समर्थन किया था.’’ सिंह इससे पहले तीन दफा जोधपुर, चित्तौडगढ (राजस्थान) और दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) से लोकसभा सदस्य रहे हैं.

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