आईएम सदस्यों को प्रशिक्षण देने राजस्थान गये थे मोनू,वकास

नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने यहां एक अदालत में बताया कि इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध सदस्य तहसीन अख्तर और उसके साथी जिया उर रहमान आतंकवादी संगठन के तीन अन्य सदस्यों को विस्फोटकों के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए कुछ महीने पहले जयपुर और जोधपुर गये थे.दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने 22 मार्च […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2014 7:52 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने यहां एक अदालत में बताया कि इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध सदस्य तहसीन अख्तर और उसके साथी जिया उर रहमान आतंकवादी संगठन के तीन अन्य सदस्यों को विस्फोटकों के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए कुछ महीने पहले जयपुर और जोधपुर गये थे.दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने 22 मार्च को अजमेर रेलवे स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार किये गये पाकिस्तानी नागरिक वकास की रिमांड वाली याचिका में कहा कि वकास गिरफ्तार किये जा चुके आरोपियों- मोहम्मद महरुफ, मोहम्मद वकार अजहर उर्फ हनीफ और शाकिब अंसारी उर्फ खालिद को आतंकवादी हमले करने का काम सौंपने राजस्थान गया था.

याचिका के अनुसार, ‘‘कुछ महीने पहले वह (वकास) मोनू के साथ जयपुर और जोधपुर गया था और उसने आईएम के तीन सदस्यों शाकिब, महरुफ और वकार को आतंकी गतिविधियों के लिए आईईडी बनाने का प्रशिक्षण दिया था. वह (वकास) इन सदस्यों को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपने जयपुर जा रहा था.’’

विशेष शाखा के दावे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि अति वांछित आरोपियों में शामिल अख्तर पर देश में कई आतंकवादी हमलों का आरोप है. उसे वकास और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किये जाने के कुछ दिन बाद पकडा गया.पुलिस के मुताबिक अख्तर आईएम के सह-संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद संगठन की अगुवाई कर रहा था. चारों आरोपियों- वकास, शाकिब, महरुफ और वकार को गिरफ्तार किये जाने के बाद अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दया प्रकाश के सामने पेश किया गया था और पूछताछ के लिए 2 अप्रैल तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने रिमांड की याचिका में कहा था कि वकास आईएम के आला सदस्य रियाज भटकल के फरमान पर यासीन से मिला था.

रियाज अब पाकिस्तान में रहता है.पुलिस ने कहा कि वे गिरफ्तार आरोपियों से जब्त किये गये लैपटॉप और मोबाइल फोन का विश्लेषण कर रहे हैं. राजस्थान से इन चार आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही विशेष शाखा ने दावा किया कि उन्होंने आगामी चुनावों में बडे आतंकवादी हमले की आशंका को टाल दिया. वकास देश में कई बम विस्फोटों के सिलसिले में वांछित था और उसे यासीन भटकल का करीबी माना जाता है. यासीन को एनआईए ने पिछले साल उसके साथी असादुल्ला अख्तर के साथ गिरफ्तार किया था. अख्तर 7 जुलाई, 2013 को बोधगया में हुए विस्फोटों और पिछले साल 27 अक्तूबर को पटना में हुए धमाकों समेत कई आतंकवादी हमलों में कथित भूमिका को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के लिए वांछित था.

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