राष्ट्रपति चुनाव : मीरा कुमार ने नामांकन दाखिल किया, साबरमती आश्रम से करेंगी अभियान की शुरुआत

नयी दिल्ली :राष्ट्रपति पद की विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कांग्रेस और विपक्ष के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में आज अपना नामांकन दाखिल किया. मीरा कुमार के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद थे. वह 30 जून को गुजरात में साबरमती आश्रम से अपने अभियान की शुरुआत करेंगी. संसद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2017 11:35 AM

नयी दिल्ली :राष्ट्रपति पद की विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कांग्रेस और विपक्ष के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में आज अपना नामांकन दाखिल किया. मीरा कुमार के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद थे. वह 30 जून को गुजरात में साबरमती आश्रम से अपने अभियान की शुरुआत करेंगी.

संसद भवन में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष द्वारा नामांकन दाखिल किए जाने के समय राकांपा नेता शरद पवार और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई विपक्षी नेता मौजूद थे.सोनिया गांधी और कांग्रेस तथा विपक्ष के अन्य शीर्ष नेताओं ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और उनके नामांकन का समर्थन किया. नामांकन पत्रों की कल जांच की जाएगी.

17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में मीरा कुमार का मुकाबला राजग के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद से होगा. मीरा ने कल कहा था कि यह विचारधाराओं की लड़ाई है ना कि ‘दलित बनाम दलित ‘ की लड़ाई जैसा कि कुछ लोगों द्वारा कहा जा रहा है.

नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले मीरा कुमार आज सुबह राजघाट पहुंची और महात्‍मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कीं. इधर कांग्रेस के उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा, बंटवारे की विचारधारा के खिलाफ वह ऐसे मूल्यों का प्रतिनिधित्व करती हैं जो देश को एकसूत्र में बांधते हैं, हमें गर्व है कि हमारी उम्मीदवार मीरा कुमार हैं.

* राष्ट्रपति पद के अब तक 64 उम्‍मीदवारों ने नामांकन पत्र भरा है
राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद सहित कुल 64 नामांकन पत्र भरे अब तक भरे जा चुके हैं. मीरा कुमार ने 65वें नंबर में अपना नामांकन पत्र भरा है. सूत्रों के अनुसार 17 विपक्षी दलों में से प्रत्येक के नेता को मीरा कुमार के नाम का प्रस्ताव या अनुमोदन करने का अवसर मिलेगा. भले ही अभी तक 64 नामांकन भरे जा चुके है किन्तु वास्तविक उम्मीदवारों की संख्या 57 से कम है क्योंकि इनमें से कुछ ने कई नामांकन पत्र भरे हैं. एक उम्मीदवार अधिकतम चार पर्चे भर सकता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी एवं मुरली मनोहर जोशी सहित प्रमुख नेताओं ने बिहार के पूर्व राज्यपाल कोविंद के नाम का प्रस्ताव किया था. कई केंद्रीय मंत्रियों और विधायकों ने 23 जून को अनुमोदन किया था. कुछ नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी ने मौके पर ही खारिज कर दिए थे क्योंकि उनके साथ 15 हजार रुपये की जमानत राशि नहीं थी और इस बात का प्रमाणपत्र नहीं था कि उम्मीदवार किसी लोकसभा क्षेत्र का प्रमाणित मतदाता है.
मीरा कुमार एवं कोविंद के अलावा अन्य लोगों के नामांकन पत्र 29 जून को खारिज होने के आसार हैं क्योंकि उनके नामांकन पत्रों में 50 प्रस्तावकों और इतने ही अनुमोदकों के हस्ताक्षर नहीं होंगे. लोकसभा एवं राज्यसभा तथा राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव एवं अनुमोदन कर सकते हैं क्योंकि वे ही आनुपातिक आधार पर राष्ट्रपति का निर्वाचन करते हैं.

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