दिल्ली में अमृतसर की बुलंद आवाज बनूंगा : जेटली
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन अमरिंदर सिंह की कडी चुनौती को खास तवज्जो नहीं देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने दावा किया कि कांग्रेस के खिलाफ जमीनी स्तर पर बना माहौल उनकी जीत के विश्वास को बढा रहा है. स्वयं को बाहरी बताये जाने से […]
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन अमरिंदर सिंह की कडी चुनौती को खास तवज्जो नहीं देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने दावा किया कि कांग्रेस के खिलाफ जमीनी स्तर पर बना माहौल उनकी जीत के विश्वास को बढा रहा है.
स्वयं को बाहरी बताये जाने से संबंधित आलोचनाओं को सिरे से खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि अमृतसर भारत के आतिथ्यपूर्ण शहरों में से एक है और एक अमृतसरी जो काम के सिलसिले में दिल्ली गया हो, उस पर इस तरह की तोहमत नहीं लगायी जा सकती है. उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में इस पवित्र नगरी की बुलंद आवाज बनना चाहते हैं.
जेटली ने अपने पार्टी सहयोगी और इस क्षेत्र से वर्तमान सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के प्रति स्थानीय लोगों की कथित नाराजगी और सत्ता विरोधी लहर की बात को पूरी तरह से खारिज कर दिया. सिद्धू इस बार चुनाव नहीं लड रहे हैं.
जेटली के पास अमृतसर, जिसका उनकी दादी से नाता रहा है, के लिए कई योजनाएं हैं. इनमें भारत-पाक सीमा व्यापार, अमृतसर को पर्यटन केंद्र और पंजाब को शैक्षणिक एवं औद्योगिक केंद्र के रुप में विकसित करना शामिल है. जेटली ने दावा किया, अमृतसर केंद्र में बुलंद आवाज की तलाश कर रहा है ताकि उसे उसका हक मिल सके. इसी उम्मीद के साथ लोग मेरी ओर देख रहे हैं.
यही है जो मुझे लाभ की स्थिति प्रदान कर रहा है. दिल्ली के 61 वर्षीय जाने माने वकील ने कहा कि वह चुनावी जंग का आनंद उठा रहे हैं क्योंकि वे औरों से आगे हैं. अमरिंदर सिंह को उनके खिलाफ उतारे जाने पर जेटली ने कहा, यह कांग्रेस को तय करना है कि वह किसे लडाना चाहती है. अनिच्छुक व्यक्ति को उतारना सुरक्षित राजनीतिक रणनीति कभी नहीं हो सकती है. भाजपा नेता ने उन बातों को खारिज कर दिया कि उन्हें अमृतसर में कडे मुकाबले का अंदेशा नहीं था जैसा कि अब बन गया है.
उन्होंने कहा, वह (अमरिंदर) ऐसी पार्टी से हैं जिसने कई अनियमितताएं कीं और सिखों के खिलाफ अत्याचार किया. वह इससे अपने आप को अलग नहीं कर सकते हैं. जेटली ने कहा, दूसरी बात यह है कि अमृतसर ऐसा शहर है जहां भाजपा और अकाली दल के बीच तथा राज्य के तौर पर पंजाब के तहत सामाजिक सौहार्द काफी अच्छा रहा है और इसलिए यह एक ऐसा राज्य है जहां धार्मिक विभाजन नहीं है और न ही हमने ऐसा करने का प्रयास किया. जेटली से पूछा गया था कि अमृतसर में 64 प्रतिशत मतदाता सिख हैं और यह तथ्य है कि अमरिंदर सिंह ने ऑपरेशन ब्लू स्टार का विरोध किया था और लोकसभा सीट और पार्टी से इस्तीफा दिया था जो आपके खिलाफ महत्वपूर्ण कारक हो सकता है.
भाजपा नेता ने कहा, मैं सहज महसूस कर रहा हूं. जमीनी स्तर पर कांग्रेस के खिलाफ भावनाएं हैं. लोगों से मुझे काफी स्नेह मिल रहा है. और यह मुझे विश्वास दे रहा है.सिद्धू के खराब प्रदर्शन और क्षेत्र से उनकी अनुपस्थिति के आरोपों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह सही नहीं है. जेटली ने कहा, सबसे पहले मंै यह नहीं समझता कि कि उनके खिलाफ निजी तौर पर कोई विरोधी भावना है. दूसरी ओर अगर कोई सत्ता विरोधी भावना है तो वह संप्रग के खिलाफ है और संप्रग के खिलाफ जबर्दस्त सत्ता विरोधी भावना है.
इस संदर्भ में जेटली ने महंगाई, एलपीजी की कीमतों, किसानों की दुर्दशा और आर्थिक मंदी के साथ भ्रष्टाचार को सरकार विरोधी भावना के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, कांग्रेस में एक समस्या है कि उसके पास नेता नहीं है. और यह सब सत्ता विरोधी भावना पैदा कर रहा है. लोग बदलाव चाहते हैं. अमृतसर में पर्यटन की संभावना का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, अमृतसर अपने आप में सम्पूर्ण पर्यटन सर्किट क्यों नहीं बन सकता है.