14 अप्रैल से एक महीने तक केजरीवाल वाराणसी में,गांवों का करेंगे दौरा
वाराणसी:जिले के नागरिकों को लुभाने के लिए और अपने प्रतिद्वंदी नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल गांवों का दौरा करेंगे. वे अगले एक महीने तक यहां रहकर पार्टी का प्रचार करेंगे. केजरीवाल ने कहा है कि वह 14 अप्रैल से एक महीने तक वाराणसी में ही रहेंगे. केजरीवाल वाराणसी से नरेंद्र […]
वाराणसी:जिले के नागरिकों को लुभाने के लिए और अपने प्रतिद्वंदी नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल गांवों का दौरा करेंगे. वे अगले एक महीने तक यहां रहकर पार्टी का प्रचार करेंगे. केजरीवाल ने कहा है कि वह 14 अप्रैल से एक महीने तक वाराणसी में ही रहेंगे. केजरीवाल वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
उन्होंने बीती रात वाराणसी से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले काशी की जनता को धन्यवाद भी दिया. केजरीवाल ने एके 49 वाले मोदी के बयान पर कहा कि एक पीएम पद के उम्मीदवार को इस तरह की बातें शोभा नहीं देती. मोदी को मुद्दे पर बात करनी चाहिए.
इससे पहले बुधवार कोधार्मिक नगरी से प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा करने के बाद अरविंद केजरीवाल ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए बुधवार को एक रोड शो किया. रोड शो रोहनिया और सेवापुरी विधानसभा क्षेत्रों पर केंद्रित रहेगा. साथ ही उम्मीद है कि केजरीवाल सिगरा स्टेडियम में अपने समर्थकों से मिलेंगे.
मोदी के खिलाफ चुनौती स्वीकार की: केजरीवाल ने मंदिरों के शहर वाराणसी से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती स्वीकार की थी. उन्होंने मोदी का मुकाबले को लेकर गत कई सप्ताह से जारी अनिश्चितता को समाप्त करते हुए मंगलवार को बेनियाबाग में एक रैली में इसकी घोषणा की थी. उन्होंने जोर देकर कहा था कि वह ‘भ्रष्ट लोगों को हराना’ चाहते हैं.
जनता से मांगा समर्थन: केजरीवाल ने कहा था, ‘मैं इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुङो आपका समर्थन चाहिए. मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं. मदन मोहन मालवीय ने लोगों से भिक्षा लेकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का निर्माण किया था. मुङो वैसे ही करना पड़ेगा.
बड़े उद्योगपतियों के एजेंट हैं मोदी: उन्होंने मोदी पर औद्योगिक घरानों का ‘एजेंट’ होने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि वह सत्ता में आये तो ‘किसानों से जमीनें छीन कर अडानी और अंबानियों को सस्ते दामांे पर दे दी जायेंगी. किसानों के समाने आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.’
मीडिया बनाये हुए है मिथक: मीडिया का एक वर्ग मोदी के गुजरात का विकास करने के बारे में मिथक बनाये हुए हैं. मोदी ऐसी नीतियों का का पालन कर रहे हैं जो कि छोटे व्यापारियों के खिलाफ है. गुजरात में 60 हजार छोटे और मध्यम उद्यम बंद हो चुके हैं, जिसका उद्देश्य बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाना है.