खुली पाक के झूठ की पोल! आतंकी सैयद सलाहुद्दीन ने कबूला -”हां” हमने भारत में करवाये आतंकी हमले

नयी दिल्ली : हाल ही में अमेरिका द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किये गये सैयद सलाहुद्दीन ने खुलेआम स्वीकार किया है कि उसने भारत में आतंकवादी हमले करवाने का काम किया. एक पाकिस्तानी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में सलाहुद्दीन ने कहा कि उसके आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन ने भारत में आतंकी हमलों को अंजाम तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2017 11:59 AM

नयी दिल्ली : हाल ही में अमेरिका द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किये गये सैयद सलाहुद्दीन ने खुलेआम स्वीकार किया है कि उसने भारत में आतंकवादी हमले करवाने का काम किया. एक पाकिस्तानी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में सलाहुद्दीन ने कहा कि उसके आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन ने भारत में आतंकी हमलों को अंजाम तक पहुंचाया है. सलाहुद्दीन के इस ‘कबूलनामे’ से भारत का यह दावा फिर एक बार मजबूत हुआ है कि पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल भारत में आतंक फैलाने के लिए किया जा रहा है.

हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन ग्‍लोबल टेरेरिस्‍ट घोषित

जिओ टीवी को दिये साक्षात्कार के दौरान सलाहुद्दीन ने कहा, कि अभी हमारा फोकस कब्जा करने वाले भारत के सुरक्षाबलों पर टिका हुआ है. अभी तक हमने जितने भी ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाया हैं या भविष्‍य में पहुंचाने वाले हैं, उनमें हमारा पूरा फोकस सुरक्षाबलों पर है. कश्मीर को उसने अपना ‘घर’ बताया और कहा कि घाटी में बुरहान वानी की मौत के बाद विद्रोह जारी है.

सलाहुद्दीन ने दावा किया कि भारत में उसके कई समर्थक हैं, हिज्बुल चीफ ने कबूल किया कि वह अंतरराष्ट्रीय बाजार से हथियार खरीदता है. उसने कहा कि अगर पैसे दिये जाएं तो वह कहीं भी हथियारों की सप्लाई करवाने में सक्षम है. सलाहुद्दीन ने अपनी पीठ थपथपाते हुए यह भी कहा कि वह भारत में किसी भी जगह को अपना टारगेट बना सकता है.

सलाहुद्दीन के पांच-पांच बेटे कश्मीर घाटी में करते हैं सरकारी नौकरी, खुद करवा रहा है आतंकवादी हमले

गौर हो कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले अमेरिका ने सैयद सलाहुद्दीन का नाम अतंरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल किया था. सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार यह पाकिस्तान के मुंह पर तमाचे की तरह था. उधर, अमेरिका के इस कदम से बौखलाये पाकिस्तान के इसे ‘पूरी तरह नाइंसाफी’ करार दिया था.

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