मुख्य चुनाव आयुक्त बने अचल कुमार ज्योति, पढ़ें क्यों हैं पीएम मोदी उनके कायल
नयी दिल्ली : चुनाव आयोग को नया मुख्य चुनाव आयुक्त मिल गया है. अचल कुमार ज्योति ने 6 जुलाई से नये आयुक्त का कार्यभार संभाल लिया है. पद संभालने के बाद 17 जुलाई को होने वाला राष्ट्रपति और 5 अगस्त होने वाला उपराष्ट्रपति का चुनाव कराना अब ज्योति की जिम्मेदारी होगी. यही नहीं साल के […]
नयी दिल्ली : चुनाव आयोग को नया मुख्य चुनाव आयुक्त मिल गया है. अचल कुमार ज्योति ने 6 जुलाई से नये आयुक्त का कार्यभार संभाल लिया है. पद संभालने के बाद 17 जुलाई को होने वाला राष्ट्रपति और 5 अगस्त होने वाला उपराष्ट्रपति का चुनाव कराना अब ज्योति की जिम्मेदारी होगी. यही नहीं साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव भी ज्योति की ही देखरेख में होंगे. गौर हो कि अचल कुमार ज्योति मई 2015 में चुनाव आयुक्त के तौर पर तीन सदस्यीय चुनाव आयोग के सदस्य बने थे. बतौर चुनाव आयुक्त उनका कार्यकाल अगले 17 जनवरी, 2018 तक रहेगा. नियम के अनुसार चुनाव आयुक्त का कार्यकाल छह साल का होता है जबकि रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होती है.
अचल के ज्योति ने नए चुनाव आयुक्त के तौर पर कार्यभार संभाला
पढ़ें क्या है ज्योति का गुजरात कनेक्शन
अचल कुमार ज्योति का गुजरात से खास कनेक्शन है. भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1975 बैच के गुजरात के अधिकारी ज्योति गुजरात के मुख्य सचिव रह चुके हैं. ज्योति जनवरी 2013 में गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से रिटायर हुए थे. उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन थे. यही नहीं वे कांडला पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष और सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के पद पर रहकर अपनी सेवा दे चुके हैं.
मोदी के हैं करीबी
अचल कुमार ज्योति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है. कुछ लोग ज्योति को नरेंद्र मोदी का एके-47 भी कहते हैं. कई अवसर पर मोदी ज्योति की खुलकर तारीफ भी कर चुके हैं. ज्योति ने मोदी के स्वर्णिम गुजरात अभियान में अहम भूमिका निभायी थी. इस दौरान उन्होंने गांवों में कई बार देर रात तक काम किया था और वहां काफी समय दिया था. उनकी लगन और मेहनत ही है जिसके मोदी कायल हैं. यहीं कारण है कि मोदी कभी भी अचल कुमार ज्योति की तारीफ करने से कभी पीछे नहीं रहे.