कोलकाता :पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बशीरहाट थाना क्षेत्र के हिंसाग्रस्त क्षेत्र बादुरिया में उत्पन्न हुए तनाव व पाकिस्तान के झंडे लहराने पर भाजपा ने सवाल उठाया है. वहीं, सीपीएम ने दंगाइयों से निबटने के तरीके पर प्रश्न खड़ा किया है.
पश्चिम बंगाल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल बशीरहाट जायेगा.
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दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल की सरकार कानून-व्यवस्था को बनाये रखने में फेल साबित हुई है. राज्य सरकार की मदद के लिए केंद्र ने केंद्रीय बल की तीन कंपनियां भेजी हैं, लेकिन उनका सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है.
माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने भी दंगाइयों से निबटने में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा कि लोगों और उनकी जान-माल की सुरक्षा करने में तृणमूल कांग्रेस की सरकार नाकाम रही है.
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मोहम्मद सलीम ने कहा कि यदि किसानों की कोई रैली निकलती है, तो पश्चिम बंगाल पुलिस उन पर बर्बर तरीके से लाठियां बरसाती हैं. लेकिन, जब दंगे होते हैं, तो न उनकी बंदूकों से गोलियां चलती हैं, न ही उनकी लाठियां दंगाइयों पर बरसती हैं. जब पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई ही नहीं होगी, तो दंगे कैसे रुकेंगे?