भाजपा ने साबिर की सदस्यता रद्द की
नयी दिल्ली : भाजपा ने पार्टी में कल ही शामिल हुए विवादास्पद नेता साबिर अली की सदस्यता आज रद्द करने की घोषणा की. एक सप्ताह में दूसरी बार ऐसा हुआ हैं जब पार्टी को इस तरह की असहज स्थिति में फंसना पडा है. इससे पहले श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक को शामिल करने के कुछ […]
नयी दिल्ली : भाजपा ने पार्टी में कल ही शामिल हुए विवादास्पद नेता साबिर अली की सदस्यता आज रद्द करने की घोषणा की. एक सप्ताह में दूसरी बार ऐसा हुआ हैं जब पार्टी को इस तरह की असहज स्थिति में फंसना पडा है.
इससे पहले श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक को शामिल करने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी से बाहर करने पर मजबूर होना पडा था.
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रमुख मीडिया समन्वयक रविशंकर प्रसाद ने आज बताया कि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने साबिर अली की पार्टी सदस्यता रद्द करने का निर्णय किया है.
साबिर को पार्टी में लिए जाने का सबसे पहले और सबसे तीखा विरोध करने वाले भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें इस फैसले से संतोष हुआ हैै.
नकवी ने साबिर को पार्टी में कल शामिल किए जाने के तुरंत बाद कटाक्ष भरा ट्वीट किया था, आतंकी भटकल के मित्र भाजपा में शामिल …शीघ्र दाउद को स्वीकार करेंगे…? उन्होंने आज कहा, मेरा उद्देश्य पूरा हुआ, मैं अपने विचार पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाना चाहता था और मुझे खुशी है कि नेतृत्व ने मेरे विचारों को गंभीरता से लिया. मेरी ओर से यह मामला यहीं खत्म होता है.
इससे पहले अपने प्रति भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में बढते विरोध को देखते हुए साबिर ने आज पार्टी को लिखा था कि विवाद को देखते हुए उनकी सदस्यता फिलहाल निलंबित रखी जाये.पार्टी के कुछ नेताओं और संघ परिवार की नाराजगी को देखते हुए राजनाथ सिंह ने साबिर की सदस्यता रद्द करने के साथ ही भाजपा सदस्यों और नेताओं को यह ताकीद भी की कि वे पार्टी के अंदरुनी मामले केवल पार्टी मंचों पर ही उठाएं और उन पर सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करें.
भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने भी नकवी की आपत्तियों का समर्थन करते हुए कहा था कि अली को शामिल किये जाने से काफी असंतोष पैदा हुआ है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से इस निर्णय का विरोध करते हुए उसके वरिष्ठ प्रचारक राम माधव ने आज ट्वीट किया, ह्यह्यसाबिर अली को शामिल करने के कारण बडी नाराजगी पैदा हुई है. पार्टी नेतृत्व को इस निर्णय से उत्पन्न कार्यकर्ताओं और लोगों के कडे मतों से अवगत करा दिया गया है.
उधर इससे पहले साबिर अली ने संवाददाताओं से कहा, मैंने भाजपा से एक समिति गठित करके अपने ऊपर लगाये गये आरोपों की छानबीन करने को कहा है. अगर ये आरोप दूर दूर तक भी सही पाये जाते हैं तो मैं हमेशा के लिए राजनीति छोड दूंगा. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि अली को बिहार इकाई की सिफारिशों के आधार पर शामिल किया गया था.
इससे पहले 23 मार्च को पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटों के बाद निकाल दिए गए मुतालिक की अगुवाई वाली श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने कुछ साल पहले मंगलूर में पब में महिलाओं पर हमला किया था जिसके बाद उन्हें जेल जाना पडा था.
नकवी ने कहा कि उनका अली से कोई व्यक्तिगत बैर नहीं है, लेकिन उनकी छवि ठीक नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि अली के कथित रुप से आतंकियों से संबंध हैं और दावा किया कि इंडियन मुजाहिदीन के कमांडर यासीन भटकल को मुंबई स्थित उन्हीं के मकान से गिरफ्तार किया गया था.