अमरनाथ हमले में शामिल चार आतंकियों में से दो पाकिस्तानी, तलाशी अभियान में जुटीं सुरक्षा एजेंसियां
नयी दिल्ली/श्रीनगर : केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि ऐसा संदेह है कि अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में चार आतंकवादी शामिल थे, जिनमें दो पाकिस्तानी थे. अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में सात श्रद्धालु मारे गए थे. खुफिया सूचनाओं का हवाला देते हुए अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिक और […]
नयी दिल्ली/श्रीनगर : केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि ऐसा संदेह है कि अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में चार आतंकवादी शामिल थे, जिनमें दो पाकिस्तानी थे. अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में सात श्रद्धालु मारे गए थे. खुफिया सूचनाओं का हवाला देते हुए अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर अबु इस्माइल सोमवार के हमले का मास्टरमाइंड था और एक अन्य पाकिस्तानी एवं दो स्थानीय आतंकवादी उसकी मदद कर रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि चारों आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया है.
माना जा रहा है कि श्रद्धालुओं की बस पर हमले के बाद इन आतंकवादियों ने मौके से भागने के लिए दो बाइकों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि गुजरात में पंजीकृत जिस बस पर हमला हुआ, वह सात जुलाई को जम्मू पहुंची और अमरनाथ श्राइन सुविधा केंद्र में पंजीकृत हुई. शुष् में बस श्रद्धालुओं के नियमित काफिले का हिस्सा थी और बालटाल तक साथ चली थी. बस में सवार श्रद्धालुओं ने आठ जुलाई को अमरनाथ गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना की. लौटते वक्त ये श्रद्धालु काफिले से अलग हो गये और श्रीनगर चले गये. गुजराती श्रद्धालु पर्यटक के तौर पर दो दिन श्रीनगर में रुके. 10 जुलाई को शाम करीब 4:30 बजे वे श्रीनगर से कटरा के लिए रवाना हुए. ये बस शाम करीब 6:30 बजे खानाबल से करीब 10 किलोमीटर दूर एक जगह पर पंक्चर हो गयी. इसके बाद यात्री बस से उतर गए और सडक के किनारे एक ढाबे पर खाना खाने लगे. जब बस ने यात्रा फिर से शुरु की तो आतंकवादियों ने खानाबल में रात 8 बजकर 17 मिनट पर इसमें सवार श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया. गोलियों का सामना कर रहे बस के ड्राइवर सलीम शेख ने सूझबूझ दिखाई और वहां से बस को बचाकर किसी तरह निकाला.
इसके बाद आतंकवादियों के दूसरे समूह ने महज 75 मीटर की दूरी पर फिर से बस पर हमला कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि ड्राइवर ने फिर भी बस नहीं रोकी जबकि लगातार दूसरी बार बस पर हमला किया गया था. आखिरकार कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बस रोकी गयी और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं को अनंतनाग पुलिस लाइन लेकर गए जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर अस्पताल ले जाया गया.
श्रीनगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने इस्माइल की पहचान हमले के मास्टरमाइंड के तौर पर की है. वह घाटी में कई सालों से सक्रिय है और एक साल से ज्यादा समय पहले वह दक्षिण कश्मीर आ गया था. उन्होंने कहा कि इस्माइल को पकड़ने के लिए अग्रसक्रिय अभियान शुरू किया गया है. मुख्य तौर पर दक्षिण कश्मीर में, क्योंकि बातचीत की रिकॉर्डिंग सहित जांच तीर्थयात्रियों पर हमले में उसकी संलिप्ता की ओर इशारा कर रही है. अधिकारी ने कहा कि अनंतनाग पर हुआ हमला इस महीने के शुरू में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर के शीर्ष कमांडर बशीर लश्करी सहित कई आतंकवादियों के मारे जाने का बदला लग रहा है.
इस बीच, वार्षिक यात्रा जारी है और केंद्र सरकार ने ‘उच्चतम अलर्ट’ जारी किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्य मंत्री हंसराज अहिर वाले केंद्रीय मंत्रियों के एक दल ने कश्मीर की यात्रा की और सुरक्षा व्यवस्था के शीर्ष अधिकारी, राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा करने के बाद यह अलर्ट जारी किया गया है. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हाल में आतंकी हमले में यात्रियों की जान जाने और जख्मी होने की दुखद घटना पर विचार करते हुए समूची सुरक्षा व्यवस्था को मंत्रियों ने उच्चतम अलर्ट पर रखा है.
मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से निर्देश मिलने के बाद श्रीनगर का दौरा किया. बयान में कहा गया कि उन्होंने विस्तार से मुख्यमंत्री और राज्यपाल से सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की और फिर सेना के स्थानीय कमांडर, मुख्य सचिव, पुलिस प्रमुख तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, सीआरपीएफ के डीजी, बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ सुरक्षा की गहरी समीक्षा की. केंद्रीय मंत्रियों ने जोर दिया कि समूचा देश कश्मीरियों और तीर्थयात्रियों के साथ है और सुरक्षित यात्रा के लिए सभी इंतजाम नयी ताकत से जारी रखे जायेंगे.