नयी दिल्ली : चीन और पाकिस्तान की ओर भारतीय सीमा पर बढ़ती दखलअंदाजी और आतंकी गतिविधियों के बाद अब भारतीय सेना इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. भारतीय सेना आतंकियों का मुंहतोड़ जवाब तो दे रही है, लेकिन उसे और भी आधुनिक सुविधाओं की जरूरत पड़ रही है.
इसी को ध्यान में रखकर सेना ने सरकार से अगले पांच साल में 26.84 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने की मांग की है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार 10 और 11 जुलाई को यूनिफाइड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में पांच साल का 13वां संयुक्त रक्षा प्लान पेश किया गया, जो 26,83,924 करोड़ रुपये का है.