देश का 14वां राष्ट्रपति कौन ? मीरा या कोविंद, फैसला आज, जानें दोनों के बारे में कुछ खास बातें
नयी दिल्ली :देश का नया राष्ट्रपति कौन होगा, इस बात का एलान गुरुवार को होगा. मालूम हो कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और यूपीए की उम्मीदवार मीरा कुमार के बीच है. वोटों की गिनती गुरुवार को दिल्ली में 11 बजे से शुरू होगी. मतगणना की पूरी तैयारी की जा […]
नयी दिल्ली :देश का नया राष्ट्रपति कौन होगा, इस बात का एलान गुरुवार को होगा. मालूम हो कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और यूपीए की उम्मीदवार मीरा कुमार के बीच है. वोटों की गिनती गुरुवार को दिल्ली में 11 बजे से शुरू होगी. मतगणना की पूरी तैयारी की जा चुकी है.
आपको बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो जायेगा. देश के 14वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए सोमवार को मतदान संपन्न हो चुका है. संसद समेत राज्यों के विधानसभाओं में बने 32 मतदान केंद्रों पर सांसदों और विधायकों ने वोट डाले और यहां खास बात यह रही कि इस बार रिकॉर्ड 99 प्रतिशत मतदान हुआ. राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का जीतना तय माना जा रहा है. दिलचस्पी सिर्फ आंकड़े जानने की है.
दिग्गज राजनेता मीरा कुमार के हृदय में छिपा है कविमन, जानें उनसे जुड़ी कुछ खास बातें
जानिए राम नाथ कोविंद के बारे में कुछ खास बातें
1. राम नाथ कोविंद का जन्म 01 अक्टूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था.
2. उन्होंने कानपुर यूनिवर्सिटी (अब छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर) से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की.
3. कोविंद का विवाह 30 मई 1974 को सविता कोविंद के साथ हुआ. इस दंपत्ति को एक बेटा और एक बेटी है. बेटे का नाम प्रशांत और बेटी का नाम स्वाति है.
4. राम नाथ कोविंद पेशे से वकील रह चुके हैं और दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस भी कर चुके हैं.
5. राम नाथ कोविंद ने दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में 16 साल तक प्रेक्टिस की.
6. 1977 से 1979 तक राम नाथ कोविंद केंद्र सरकार के वकील रहे थे.
7. वकील रहने के दौरान कोविंद ने गरीब दलितों के लिए मुफ़्त में क़ानूनी लड़ाई लड़ने का काम भी किया.
8. 1980 से 1993 तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में कोविंद रह चुके हैं.
9. आदिवासी, होम अफ़ेयर, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, सामाजिक न्याय, क़ानून न्याय व्यवस्था और राज्यसभा हाउस कमेटी के भी चेयरमैन कोविंद रह चुके हैं.
10. कोविंद गवरनर्स ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रह चुके हैं. 2002 में कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र के महासभा को भी संबोधित किया था.
11. 08 अगस्त 2015 को कोविंद ने बिहार के राज्यपाल पद संभाला था. इससे पहले वो दो बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं. वे उत्तर प्रदेश से 1994 से 2000 और फिर 2000 से 2006 तक राज्यसभा सांसद रहे हैं.
12. 1998 से 2002 तक कोविंद भाजपा के दलित मोर्चा और ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष के पद पर रहकर सेवा दे चुके हैं.
13. कोविंद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं.
PM मोदी ने ऐसे किया नीतीश के नशामुक्ति अभियान का अभिनंदन
मीरा कुमार की खास बातें
1. मीरा कुमार दलित नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री जगजीवन राम की पुत्री हैं.
2. वह 15वीं लोकसभा में स्पीकर भी रह चुकी हैं. मीरा कुमार 8वीं, 11वीं, 12वीं, 14वीं और 15वीं लोकसभा में लोकसभा सदस्य भी रही हैं.
3. मनमोहन सिंह की सरकार में मीरा कुमार 2004 से 2009 तक सामाजिक क़ानून एवं सशक्तीकरण मंत्रालय भी संभाल चुकी हैं. उन्हें देश की पहली महिला स्पीकर होने का गौरव हासिल है.
4. मीरा कुमार का जन्म बिहार के भोजपुर जिले में हुआ था तथा उनकी पढ़ाई कॉन्वेन्ट स्कूल में हुई. आगे की शिक्षा उन्होंने देहरादून, जयपुर और दिल्ली में ली. उन्होंने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज और मिरांडा हाउस से अंग्रेजी साहित्य से एमए और एलएलबी किया है.
5. वर्ष 1970 में उनका चयन भारतीय विदेश सेवा के लिए हुआ. मीरा कुमार ने आईएफएस में 1976-77 तक भारत व मैड्रिड में और 1977-79 तक लंदन के भारतीय उच्चायुक्त विभाग में अपनी सेवा दी. 1980-85 तक उन्होंने विदेशी मामलों के मंत्रालय में भी काम किया है. लगभग एक दशक तक मीरा कुमार ने आईएफएस में कार्यरत रही.
6. मीरा कुमार ने अपना राजनीतिक जीवन उत्तर प्रदेश से शुरू किया. वर्ष 1985 में बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में उन्होंने उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और कद्दावर दलित नेता रामविलास पासवान को पराजित कर पहली बार संसद में प्रवेश किया. हालांकि इसके बाद हुए चुनाव में उन्हें बिजनौर से हार का मुंह देखना पड़ा.
7. बिजनौर में मिली हार के बाद उन्होंने अपना क्षेत्र बदला और 8वीं, 11 वीं तथा 12 वीं लोकसभा के चुनाव में वह दिल्ली के करोलबाग संसदीय क्षेत्र से विजयी होकर फिर संसद पहुंचीं. 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्हें करोलबाग सीट से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने अपने पिता की पारंपरिक सीट बिहार के सासाराम से साल 2004 और 2009 में जीत दर्ज की. हालांकि, 2014 के चुनाव में मीरा को वहां से भी हार का सामना करना पड़ा.
8. मीरा कुमार कांग्रेस महासचिव और कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य भी रह चुकी हैं. उनके पति मंजुल कुमार सर्वोच्च न्यायालय में वकील हैं.
9. मीरा कुमार की मां इंद्राणी देवी एक स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता थीं. मीरा कुमार के एक पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं.
10. मीरा कुमार अपने सौम्य एवं शांत स्वभाव के लिए पहचानी जातीं हैं. उनकी वाक् शैली बहुत ही विनम्र है.