अब ट्रेनों को मिलेगा गोल्ड मेडल… जानिए कैसे ?
ट्रेनों में लचर साफ सफाई व यात्री सुविधाओं की शिकायतें मिलती रहती हैं. रेलवे ने इससे निबटने की तैयारी कर ली है. ट्रेनों में प्रदत्त सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. इसे प्रोत्साहित करने के लिए यात्री ट्रेनों का वर्गीकरण कर इसमें अव्वल ट्रेन को गोल्ड मेडल दिया जायेगा. रेलवे के […]
ट्रेनों में लचर साफ सफाई व यात्री सुविधाओं की शिकायतें मिलती रहती हैं. रेलवे ने इससे निबटने की तैयारी कर ली है. ट्रेनों में प्रदत्त सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. इसे प्रोत्साहित करने के लिए यात्री ट्रेनों का वर्गीकरण कर इसमें अव्वल ट्रेन को गोल्ड मेडल दिया जायेगा. रेलवे के अनुसार ट्रेनों को गोल्ड मेडल देने के लिए नौ मानक तय किये गये हैं.
समय पर परिचालन, यात्रा के दौरान ट्रेनों की साफ-सफाई, कोच की आंतरिक व्यवस्था, शौचालय, सुरक्षा, खान-पान की व्यवस्था आदि को मानक के रूप में निर्धारित किया जा रहा है. इसके अलावा विशिष्ट मानक भी तैयार किया जा रहा है. इन सभी मानकों को पूरा करने वाली ट्रेनों को गोल्ड मेडल दिया जायेगा. बता दें कि अभी तक यात्रियों को मिलनेवाली सुविधाओं या ट्रेन में मिलनेवाली सेवाओं को लेकर कोई मानक तय नहीं था.
राजधानी व शताब्दी ट्रेनों के लिए भी नहीं. रेलवे सूत्रों के अनुसार अगस्त माह में रेल मंत्रालय की ओर से प्रोजेक्ट स्वर्ण की शुरुआत की जा सकती है. ट्रेनों में मिलनेवाली सेवाओं की गुणवत्ता का निर्धारण थर्ड पार्टी यानी कोई बाहरी एजेंसी करेगी. यात्री आइआरसीटीसी के माध्यम से भी अपना फीडबैक दे सकते हैं. इसके लिए जल्द ही एक एप लांच किया जायेगा.