नयी दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कहा है कि भारत सरकार के तंबाकू छोड़ो अभियान के पहले ही साल 20 लाख से ज्यादा लोगों ने इसमें अपना पंजीकरण कराया है साथ ही व्यक्तिगत सलाह के लिए मोबाइल तकनीक को काम में लाने की वकालत की है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि सरकार ने इसके लिए 2016 जनवरी में देशव्यापी अभियान शुरू किया था इसके अलावा मई 2016 में टोल फ्री क्विटलाइन शुरू की थी.
ग्लोबल एपिडेमिक 2017 पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यक्रम के पहले वर्ष के अंत में कम से कम 12,000 पंजीकृत उपभोक्ताओं का मूल्यांकन किया जिसमें तंबाकू छोड़ने की औसत दर सात प्रतिशत दर्ज की गयी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के राष्ट्रीय द्विभाषीय कार्यक्रम 2016 के लांच किये जाने से ले कर अब तक 20 लाख से अधिक तंबाकू उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है. ‘रिपोर्ट के अनुसार कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए भारत सरकार ने इसको और आगे बढ़ाने का निर्णय किया है.