नोकिया के कर्मचारियों की भूख हडताल धरना
चेन्नईः और राज्य सरकार का ध्यान अपने हालात पर दिलाने के लिए नोकिया इंडिया के श्रीपेरम्बदूर संयंत्र के कर्मचारीआज नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर एक दिन की भूख हडताल पर बैठे. राज्य के गेस्ट हाउस के पास नोकिया इंडिया तोजिलालार्गल संगम (कर्मचारी यूनियन) की अगुवाई में 3,000 कर्मचारी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. […]
चेन्नईः और राज्य सरकार का ध्यान अपने हालात पर दिलाने के लिए नोकिया इंडिया के श्रीपेरम्बदूर संयंत्र के कर्मचारीआज नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर एक दिन की भूख हडताल पर बैठे.
राज्य के गेस्ट हाउस के पास नोकिया इंडिया तोजिलालार्गल संगम (कर्मचारी यूनियन) की अगुवाई में 3,000 कर्मचारी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधी हुई थी. इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं.यूनियन के मानद अध्यक्ष ए सुंदराराजन ने कहा, ‘‘केंद्र और राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नोकिया की परिसंपत्तियों का 7.2 अरब डालर के सौदे में माइक्रोसाफ्ट को स्थानांतरण से किसी की नौकरी नहीं जाएगी.’’ कंपनी ने संकेत दिया है कि वह या तो संयंत्र को बंद कर सकती है या फिर कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है. कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं.
एक कर्मचारी ने प्रेट्र से कहा, ‘‘हम नौकरी से वंचित नहीं होना चाहते. श्रीपेरंबदूर में परिचालन शुरु होने के बाद से हम इस कारखाने में काम कर रहे हैं’’ यह पूछे जाने पर कि क्या इस कारखाने में हैंडसेटों के उत्पादन में कुछ कमी आई है, एक कर्मचारी ने बताया कि आशा श्रृंखला के मोबाइल फोन का उत्पादन किसी अन्य विनिर्माण संयंत्र में स्थानांतरित कर दिया गया है, वहीं कुछ मशीनरी वियतनाम व अन्य देशों को भेज दी गई है.