राजनाथ, मोदी ने आश्वासन दिया एमएनएस एनडीए का हिस्सा नहीं बनेगा : उद्धव
मुंबई: अपने भगवा सहयोगी के साथ संबंध सामान्य होने का दम भरते हुए शिव सेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि एमएनएस को महायुति में शामिल नहीं किया जायेगा. पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए अपने साक्षात्कार […]
मुंबई: अपने भगवा सहयोगी के साथ संबंध सामान्य होने का दम भरते हुए शिव सेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि एमएनएस को महायुति में शामिल नहीं किया जायेगा.
पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए अपने साक्षात्कार के अंतिम हिस्से में उद्धव ने कहा, एमएनएस को किसी कीमत पर गंठबंधन में शामिल नहीं किया जायेगा और राजनाथ सिंह तथा नरेंद्र मोदी ने इस आशय का आश्वासन दिया है.
वोट बंटने की आशंका की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि लोग एक स्थायी और मजबूत सरकार के लिए वोट देंगे और काम बिगाडने वालों को दरवाजा दिखा देंगे. उद्धव ने भाजपा नेता नितिन गडकरी का नाम लिए बिना कहा कि शिवसेना-भाजपा के रिश्ते सौहार्दपूर्ण है और सिर्फ एक व्यक्ति की वजह से तनाव होता है. याद रहे कि गडकरी ने एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात करके उद्धव को नाराजगी की वजह दे दी थी.
उन्होंने राज ठाकरे से मुलाकात के बाद गडकरी की इस टिप्पणी पर कुछ कहने से इनकार कर दिया कि उनकी बैठक पर शिवसेना जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया दे रही है.
उन्होंने कहा, सवाल यह है कि क्या उन्हें राज के साथ बातचीत शुरु करने का अधिकार था और क्या ऐसा करने से पहले उन्होंने गंठबंधन के सभी भागीदारों के साथ बात की थी. शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ एमएनएस के उम्मीदवार उतारने पर उद्धव ने कहा कि राज की पार्टी ने वहां भी उम्मीदवार उतारे जहां राकांपा चुनाव लड़ रही थी, लेकिन भाजपा के खिलाफ नहीं.
उद्धव ने कहा कि राजनाथ सिंह और मोदी लगातार उनके संपर्क में हैं. उद्धव ने कहा, शिव सेना भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी है और अच्छे बुरे हर वक्त में पार्टी के साथ रही है. राम विलास पासवान जैसे लोग इसलिए पार्टी से जुड़ रहे हैं क्योंकि भाजपा नीत राजग के लिए हालात बेहतर दिख रहे हैं.
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आम आदमी पार्टी का कारक महाराष्ट्र में प्रभावी नहीं होगा. उन्होंने कहा, दिल्ली में अगर भाजपा ने वक्त पर अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया होता तो पार्टी को बहुमत मिल गया होता. यह पूछे जाने पर कि शिवसेना महाराष्ट्र के बाहर भी चुनाव लड़ रही है उद्धव ने कहा कि पार्टी करीब 18 राज्यों में काम कर रही है.
उन्होंने कहा, गुजरात, गोवा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ, पंजाब और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में शिव सैनिक बाल ठाकरे की विचारधारा को जहन में रखकर काम कर रहे हैं. मैंने उनसे कहा है कि चुनाव लडें, लेकिन भाजपा की संभावनाओं की कीमत पर नहीं.