कांग्रेस ने घोषणापत्र लाने में विलंब को लेकर भाजपा को लिया आडे हाथ
नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने घोषणापत्र जारी करने में ‘‘विलंब’’ के लिए भाजपा को आडे हाथ लेते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि पार्टी में गहरे स्तर पर व्यक्तित्व का टकराव चल रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने लिए नहीं बल्कि एक व्यक्ति के लिए वोट मांग रही है तथा […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने घोषणापत्र जारी करने में ‘‘विलंब’’ के लिए भाजपा को आडे हाथ लेते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि पार्टी में गहरे स्तर पर व्यक्तित्व का टकराव चल रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने लिए नहीं बल्कि एक व्यक्ति के लिए वोट मांग रही है तथा देश को पार्टी घोषणपत्र की जरुरत है, ‘‘मोदीफेस्टो’’ की नहीं.
रमेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘चुनाव 7 अप्रैल से शुरु होने जा रहे हैं. आज दो अप्रैल हो गयी है तथा भाजपा का घोषणापत्र अभी जारी किया जाना है.उन्हें कम से कम 33 मिनट के लिए ही घोषणापत्र जारी कर देना चाहिए जैसा कि राजनाथ सिंह ने भाजपा सरकार का वादा किया और उसके 33 मिनट बाद ही इसे बदल कर मोदी सरकार करने के लिए मजबूर हो गये.’’ उन्होंने ध्यान दिलाया कि घोषणापत्र में पार्टी की विचाराधारा, कार्ययोजना और एजेंडा को स्पष्ट किया जाता है. उन्होंने कहा कि चूंकि भाजपा पार्टी के लिए जनादेश नहीं मांग रही है तथा यह एक व्यक्ति के लिए जनादेश मांग रही है, ऐसा लगता है कि भाजपा यह महसूस कर रही है कि पार्टी घोषणापत्र की जरुरत नहीं है.
कांग्रेस के घोषणापत्र को बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले रमेश ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र 26 मार्च को जारी किया था. हमें उम्मीद थी कि उसके कुछ ही देर बाद भाजपा भी कर देगी ताकि घोषणापत्र पर चर्चा हो सके. अब हम मेनीफेस्टो (घोषणापत्र) एवं मोदीफेस्टो (मोदी की घोषणाएं) के बीच ही चर्चा कर सकते हैं. भारत को पार्टी घोषणापत्र की जरुरत है, मोदीफेस्टो की नहीं.’’