आणंद: गुजरात में राज्यसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल ने आज कहा कि जीत के लिए उन्हें पर्याप्त संख्या में विधायकों का समर्थन हासिल है, जिनमें राकांपा और जदयू के विधायक भी शामिल हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव ने आरोप लगाया कि सत्तारुढ भाजपा कांग्रेस विधायकों और उनके परिवारों को डरा धमका रही है और प्रताड़ित कर रही है ताकि और भी विधायकों को तोड़ा जा सके. कांग्रेस के विधायकों को भाजपा द्वारा अपने पाले में करने की कोशिश किए जाने के चलते 44 विधायकों को बेंगलुरु भेजने को मजबूर होना पड़ा.
आणंद के बाहरी इलाके में स्थित निजानंद रिसार्ट में कांग्रेस के 44 विधायकों से मिलने के बाद पटेल संवाददाताओं से बात कर रहे थे. बेंगलुरु से लौटने के बाद उन्हें वहां रखा गया है. पार्टी के विधायक कल सुबह तक वहां रहेंगे. यह पूछे जाने पर कि चुनाव जीतने के लिए 45 का जादुई आंकड़ा वह कैसे हासिल करेंगे, उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव किसी की प्रतिष्ठा को लेकर नहीं है. अपने विधायकों पर मेरा पूरा भरोसा है. कांग्रेस के 44 विधायकों के अलावा, राकांपा के दो, जदयू के एक विधायक भी अपना वोट मुझे देंगे.’
अहमद पटेल ने रिसार्ट के बाहर कहा, अभी तक अपने पत्ते नहीं खोलने वाले कांग्रेस के सात विधायक भी मुझे वोट देंगे. यहां तक कि शंकरसिंह वाघेला ने घोषणा की है कि वह मुझे वोट देंगे.’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि राकांपा ने कल कहा था कि इसने किसी पार्टी का समर्थन करने के बारे में फैसला नहीं किया है लेकिन ताजा खबरों से पता चलता है कि राकांपा ने मेरा समर्थन करने का फैसला ले लिया है.
कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरु जाने के लिए मजबूर करने को लेकर भी पटेल ने भाजपा पर प्रहार किया. मुझे समझ में नहीं आ रहा कि भाजपा ने अपना तीसरा उम्मीदवार (उनके खिलाफ) उतारने का फैसला क्यों किया, जबकि उसके पास 16 विधायक कम हैं. दल बदल के लिए जिस तरह से कांग्रेस विधायकों को निशाना बनाया गया है, हमारा लोकतंत्र एक ‘बनाना रिपब्लिक ‘ में तब्दील हो गया है. हम पर निगरानी रखी गयी. यहां तक कि सरकार ने भी मेरी निगरानी की.
उन्होंने कहा कि और अधिक विधायकों को (भाजपा द्वारा) अपने पाले में करने के लिए हमारे विधायकों और उनके परिवारों को डराया धमकाया गया और प्रताड़ित किया गया. यही कारण है कि हमारे विधायक एक सुरक्षित स्थान पर ले जाये गए.