राजस्थान में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढी
जयपुर : राजस्थान में महिलाओं की राजनीति में बढती भागीदारी का ही परिणाम है कि पच्चीस में से बीस सीटों के लिए 17 अप्रैल को प्रथम चरण के लिए कुल 17 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. इनमें से छह महिला कांग्रेस के टिकट पर और एक भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में है.राजनीति […]
जयपुर : राजस्थान में महिलाओं की राजनीति में बढती भागीदारी का ही परिणाम है कि पच्चीस में से बीस सीटों के लिए 17 अप्रैल को प्रथम चरण के लिए कुल 17 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. इनमें से छह महिला कांग्रेस के टिकट पर और एक भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में है.राजनीति में महिलाओं को आरक्षण देने की वकालत कर रहे राजनीतिक दलों में से कांग्रेस ने बीस में से छह सीटों पर महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने केवल एक सीट पर महिला को टिकट दिया है. कांग्रेस ने प्रथम चरण के मतदान में अपनी तीन मौजूदा सांसद महिलाओं को फिर से चुनाव समर में उतारा है उनमें केंद्रीय पर्यटन एवे कला मंत्री चन्द्रेश कुमारी कटोच (जोधपुर) केंद्रीय शहरी विकास मंत्री गिरिजा व्यास (चित्ताैडगढ) सांसद डा ज्योति मिर्धा (नागौर) शामिल है. उसने राजबाला ओला :झुंझुनूं: मुन्नी देवी :पाली: के साथ ही बासंवाडा :सुरक्षित: लोकसभा सीट से जिला प्रमुख रेशम मालवीय को चुनाव मैदान में उतारा है.
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश से केवल एक महिला संतोष अहलावत को झुंझुनूं लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. प्रथम चरण में 20 लोकसभा सीटों पर होने वाले मतदान में झुंझुंनू लोकसभा क्षेत्र एक मात्र ऐसी संसदीय सीट है जहां पांच महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. जबकि चित्तौडगढ, जोधपुर सीट से तीन तीन, श्रीगंगानगर :सुरक्षित:,जयपुर, अजमेर, नागौर, पाली औरबांसवाडा संसदीय सीट से एक एक महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. महिलाओं में डा ज्योति मिर्धा सबसे ज्यादा पढी लिखी है जबकि चित्तौडगढ की प्रत्याशी गिरिजा व्यास और झुंझुंनू की राजबाला डाक्टेरट की उपाधि प्राप्त कर रखी है. लोकसभा चुनाव लड रहीं महिलाओं में अशिक्षित महिला में बहुजन समाज पाटी की रहीसा बानो:झुंझुनू:है और जोधपुर से मेहमूदा बेगम शिक्षित है.
चुनाव मैदान में उतरी धनाढय महिलाओं में सबसे अधिक सम्पति नागौर की ज्योति मिर्धा के पास चल और अचल संपत्ति 14.27 करोड की है. उनके बाद जोधपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाली और केंद्रीय मंत्री चंन्द्रेश कुमारी के पास 10.13 करोड की संपत्ति है.प्रथम चरण की 20 सीटों के महिला उम्मीदवारों मे सबसे कम उम्र की झुंझुनूं की मेघदेशम पार्टी की उर्मिला 26 वर्ष की हैं. उन्होंने निर्वाचन विभाग को नामांकन के साथ पेश शपथपत्र में अपने आप को मजदूर बताया है और उनके पास संपत्ति के नाम पर मात्र बीस हजार रुपये नगद है. वर्ष 1952 से वर्ष 2009 तक सम्पन्न लोकसभा चुनाव में 153 महिलाएं चुनावी समर में कूदीं लेकिन सफलता केवल 27 महिलाओं को ही मिली. 1952 के प्रथम लोकसभा चुनाव में दो महिला उम्मीदवार शारदा बाई और रानी देवी ने चुनाव लडीं लेकिन दोनों की जमानत जब्त हो गई थी. जयपुर की पूर्व राजमाता दिवंगत गायत्री देवी ने तीन बार 1962, 1967 और 1971 में लोकसभा मे प्रतिनिधित्व किया.
प्रथम चरण के मतदान के लिये झुंझुंनू सीट पर रोचक मुकाबले पर सबकी नजर है. इस सीट पर कांग्रेस की महिला प्रत्याशी राज बाला ओला ने दांव खेला हैं उनके श्वसुर और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत शीशराम ओला ने यहां से 1996 से लगातार पांच बार जीत दर्ज कर जाट बाहुल्य क्षेत्र में अपना दबदबा बना रखा था. भाजपा ने गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के शीश राम ओला से करीब 23000 से अधिक मतों से पराजित हुई सन्तोष अहलावत को वापस से चुनाव मैदान में उतारा है. जाट बाहुल्य झुंझुंनू लोकसभा क्षेत्र में लगभग 16.5 लाख मतदाता हैं. झुंझुंनू लोकसभा क्षेत्र राजस्थान की उन दो लोकसभा क्षेत्रों मे से एक है जिनमें कांग्रेस ने पार्टी की आंतरिक चुनाव पद्धति से उम्मीदवारों का चयन किया है. कांग्रेस प्रत्याशी राजबाला ओला राज्य के पूर्व मंत्री ब्रिजेन्द्र ओला की पत्नी हैं.
जोधपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री चन्द्रेश कुमारी ने भाजपा के पूर्व सांसद जसवंत सिंह विश्नोई को 2009 के लोकसभा चुनावों में 98,684 मतों से हरा कर जीत दर्ज की थी. नागौर से कांग्रेस प्रत्याशी डा ज्योति मिर्धा सशक्त मिर्धा परिवार से संबंध रखती हैं और अपने परिवार के वर्चस्व के कारण पिछला चुनाव जीता था. मिर्धा जाट नेता और छह बार सांसद रहे नाथूराम मिर्धा की पौत्री हैं. नाथूराम मिर्धा का निधन 1996 में हो गया था. 2009 में ज्योति मिर्धा ने भाजपा की बिंदू चौधरी को 1.55 लाख मतों से पराजित कर जीत हांसिल की थी. भाजपा ने कांग्रेस से यह सीट हथियाने के लिए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी सी आर चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है. लेकिन निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने चुनाव मैदान मेंं उतर कर चुनाव को त्रिकोणात्मक बना दिया है.
भाजपा और कांग्रेस के अलावा चार महिला प्रत्याशी निर्दलीय, बसपा और माकपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं जबकि चार प्रत्याशी अन्य पार्टियों से हैं. निर्दलीय महिला उम्मीदवारों में अनिता जैन (अजमेर) जायदा (जोधपुर) बसपा की राहिसा बानो और सीपीआई की राधा देवी झुंझुंनू और चित्ताैडगढ सीट पर चुनाव मैदान में हैं. श्रीगंगानगर से शिमला देवी और जयपुर से नीरु अग्रवाल राष्ट्रीय यूनियन पार्टी से झुंझुंनू की उर्मिला मेघदेशम पार्टी से और विजय रे राजस्थान विकास पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं.