रायपुर : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पिछले दिनों आदिवासी लड़कियों से राखी बंधवाने के बादउनके साथ सीआरपीएफ के जवानों द्वारा दुर्व्यवहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले मेंएक जवान की गिरफ्तारी हुई है, वहीं दो लोगों को निलंबित कर दिया गया है. खबर है कि एक आरोपीजवान फरार बताया जाता है. इस मामले में सात अगस्त को प्राथमिकी दर्ज कराये जाने की सूचना बस्तर के डीआईजी ने दी थी. अब यह मामला स्थानीय पुलिस प्रशासन को सौंप दिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
गौरतलब है कि इस खबर का खुलासा सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार के फेसबुक पोस्ट से हुआ है. पालनार कांड का खुलासा करने वाले हिमांशु कुमार के आश्रम पर पुलिस ने कुछ साल पहले बुलडोजर चलवा दिया था. हिमांशु कुमार उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, लेकिन वे दंतेवाड़ा में रहकर आदिवासियों के बीच काम करते हैं. उन्होंने अपने पोस्ट में घटना की पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 31 जुलाई को किस तरह दंतेवाड़ा के एक गांव पालनार में सीआरपीएफ के जवानों ने लड़कियों के एक स्कूल में कुछ लड़कियों का यौन शोषण किया. दंतेवाडा जिले के उस स्कूल में अपर कलेक्टर और कई अधिकारी गये, साथ ही सीआरपीएफ के सौ सिपाहियों को भी ले जाया गया.
अवसर था रक्षाबंधन का. स्कूल की लड़कियां इन सिपाहियों को राखी बांधने वाली थीं. कार्यक्रम का वीडियो भी बनाया गया है. कार्यक्रम के बीच में कुछ लड़कियां शौचालय की तरफ गयीं, उनके पीछे पांच-छह सीआरपीएफ के जवान भी गये.
लड़कियों ने शौचालय के बाहर खड़े सीआरपीएफ के सिपाहियों का विरोध किया, लेकिन उन सिपाहियों ने लड़कियों को धमकाते हुए कहा कि हम तुम्हारी तलाशी लेने आये हैं, तलाशी के नाम पर सीआरपीएफ के जवानों ने तीन लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया. एक लड़की शौचालय के भीतर ही थी, तीन सिपाही भी शौचालय में घुस गये और 15 मिनट तक अंदर रहे. इन लड़कियों को दूसरे सिपाहियों ने डरा कर चुप करवा दिया.
लड़कियों ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में रात को अपनी वार्डन द्रौपदी सिन्हा को बताया, वार्डेन ने घटना की जानकारी एसपी और कलेक्टर को दी. अगले दिन कलेक्टर और एसपी पालनार पहुंचे, लेकिन आरोप है कि उन्होंने पीड़ित लड़कियों को ही धमकाया. जब बात पूरे गांव में फैली तो सोनी सूरी को लोगों ने मदद के लिए बुलाया. सोनी सूरी बस्तर की एक स्कूल शिक्षिका थीं, जिनके साथ माओवादियों से सांठगांठ का आरोप लगाकर पुलिस ने बदसलूकी की थी और जो अब इस क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करती हैं.