12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जाते-जाते मुसलमानों को लेकर चिंता जता गये हामिद अंसारी, भाजपा – शिवसेना ने जतायी कड़ी प्रतिक्रिया

नयी दिल्ली : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी अपनी विदाई के साथ ही मौजूदा केंद्र सरकार को लेकर कई सवाल छोड़ गये. उन्होंने विदाई समारोह से ठीक एक दिन पहले राज्यसभा टीवी में दिये गये इंटरव्यू में कहा कि देश में मुसलमान असुरक्षित और बेचैन महसूस कर रहे हैं. आज जहां राज्यसभा में उनके विदाई समारोह में […]

नयी दिल्ली : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी अपनी विदाई के साथ ही मौजूदा केंद्र सरकार को लेकर कई सवाल छोड़ गये. उन्होंने विदाई समारोह से ठीक एक दिन पहले राज्यसभा टीवी में दिये गये इंटरव्यू में कहा कि देश में मुसलमान असुरक्षित और बेचैन महसूस कर रहे हैं. आज जहां राज्यसभा में उनके विदाई समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई लोग ने उनके कार्यकाल को सराहा लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान कई ऐसे मौके आये, जब सरकार के साथ उनके टकराव दिखे. आज जब फिर विदाई से ठीक एक दिन पहले टीवी इंटरव्यू में अल्पसंख्यकों के असुरक्षा का जिक्र किया तो भाजपा नेता आक्रमक मूड में आ गये.

भाजपा के कई नेताओं ने प्रतिक्रियाओं की झड़ी लगा दी. बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि हामिद अंसारी अब मुसलिमों के नेता बनना चाहते हैं. जब तक वह पद पर रहे कभी असुरक्षित महसूस नहीं किये. मैं हमेशा सोचती थी कि वह एक शिक्षित और बुद्धिजीवी ब्यूरोक्रेट हैं. मुझे लगता है कि वह तथ्य और आंकड़े नहीं देखते हैं. उनका यह बयान राजनीतिक रूप से प्रेरित लगता है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मैं हामिद अंसारी के बयान से सहमत नहीं हूं. उनका कार्यकाल अच्छा और संतुलित था, पद छोड़ने के साथ ही इस तरह का बयान, वह भी सिर्फ मुसलमानों के लिए यह सही नहीं है. इस देश में सिर्फ मुसलमानों पर हमले नहीं हुए है बल्कि तीन साल पहले कई लोगों पर भी हमले हुए है, उपराष्ट्रपति ने उनके बारे में क्यों कुछ नहीं कहा?
आज विदाई समारोह के दौरान संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘अपनी जिम्मेदारियों की वजह से आप मन की बात नहीं कह पाते होंगे, अब आप स्वयं को अभिव्यक्त करने के लिए स्वतंत्र होंगे’. हामिद अंसारी दस वर्ष भारत के उपराष्ट्रपति पद पर रहे. केंद्र में जब कांग्रेस का शासन था तो इस दौरान उनका कार्यकाल सहज रहा, लेकिन 2014 में भाजपा की सरकार आयी तो कई बार सरकार और उपराष्ट्रपति के बीच संबंधों में टकराव देखने को मिला.
प्रधानमंत्री ने भी हामिद अंसारी के कार्यकाल को रेखांकित कर कहा कि आपने अपना करियर राजनायिक के रूप में शुरू की. आपके पास लंबा अनुभव रहा है. हालांकि पीएम मोदी ने कई ऐसे बयान दिये जिनके अलग – अलग मायने निकाले जा रहे हैं. खासतौर से उन्होंने कहा कि आपका ज्यादातर अनुभव मध्य पूर्व का रहा है और भारत में भी आपने अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के रूप में काम किया है. इस तरह से आपको एक खास तबके के बीच काम करने का अनुभव रहा है. प्रधानमंत्री ने हामिद अंसारी के कामकाज की प्रशंसा की लेकिन उनका यह बयान भी कई संदर्भों में देखा जा रहा है.
अखलाक की हत्या के बाद जब देश में अवार्ड वापसी का माहौल बन चुका था. उस वक्त हामिद अंसारी ने भी देश में असहिष्णुता को लेकर चिंता जतायी थी. भाजपा माहासचिव राममाधव ने तो स्वतंत्रता दिवस के समारोह में तिरंगे को सलामी नहीं देने को लेकर हामिद अंसारी पर सवाल उठाया था. उसी साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में बाराक ओबामा चीफ गेस्ट थे. हामिद अंसारी ने इसके जवाब में कहा था, जब राजपथ में अधिकारिक समारोह चल रहा हो तो सिर्फ राष्ट्रपति ही झंडे को सलामी दे सकता है, उपराष्ट्रपति नहीं. मैंने सिर्फ प्रोटोकॉल फॉलो किया, जिन्हें प्रोटोकॉल का ज्ञान नहीं, उन्हें टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें