नयी दिल्ली : सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसके अनुसार 12 अगस्त 2017 को दुनिया में रात में भी दिन की तरह उजाला छा जाएगा. यहां तक की पूरा अंतरिक्ष उजाले से भरा होगा. वायरल खबर नासा के हवाले से चलायी जा रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये चमत्कार इतिहास में पहली बार होगा. आइए आपको इस वारयल मैसेज का सच बताते हैं….
क्या होने वाला है 12 अगस्त की रात
वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार यह चमत्कार नहीं बल्कि एक आकाशीय घटना है. इसके पीछे नासा की रिपोर्ट इस वायरल हो रहे तथ्यों से बिलकुल पृथक है. उल्लेखनीय है कि आकाश में कभी-कभी एक ओर से दूसरी ओर तेजी से जाते हुए कुछ पिंड पृथ्वी पर आकर गिरते हैं जिन्हें उल्का कहते हैं. इन्हें ‘टूटते हुए तारे’ और ‘लूका’ के नाम से भी जाना जाता है. वायुमंडल में आने के बाद ये जलने लगते हैं और इनमें से प्रकाश उपन्न होता है. खगोलविदों के अनुसार ऐसी घटना हर साल जुलाई से अगस्त के बीच होती है लेकिन इस बार उल्का पिंड ज्यादा मात्रा में गिरेंगे, इसलिए कहा जा रहा है कि 11-12 अगस्त की रात आसमान में अंधेरा नहीं बल्कि उजाला नजर आएगा.
प्रति घंटे गिर सकते हैं 200 उल्का पिंड
नासा की रिपोर्ट की मानें तो, इस साल गिरने वाले उल्का पिंड की मात्रा पहले के मुकाबले अधिक होगी. नासा के मुताबिक इस साल 11-12 अगस्त की मध्यरात्रि में प्रति घंटे 200 उल्का पिंड गिर सकते हैं. उत्तरी गोलार्द्ध से यह नजारा अच्छे तरीके से देखा जा सकता है.
क्या है अफवाह सोशल मीडिया में
सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें वायरल हो चलीं हैं कि ऐसा 96 साल बाद होने जा रहा है. आपको बता दें कि यह खबर केवल अफवाह है. यह मीटियर शॉवर यानी उल्का बारिश प्रत्येक वर्ष होती है वो भी एक नहीं तीन-तीन बार. नासा ने यह जानकारी दी है कि इस बार की उल्का बारिश हर बार से ज्यादा होगी लेकिन ऐसा नहीं है कि हजारों सालों में ऐसा कभी हुआ ही नहीं.