राम जन्मभूमि पर कल्बे सादिक का बड़ा बयान, कहा बाबरी मस्जिद पर फैसला हक में न हो, तो जमीन हिंदुआें को दे दिया जाये
नयी दिल्लीः मुसलिमों के शिया समुदाय के धार्मिक गुरु कल्बे सादिक ने विवादित राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में बड़ा आैर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर बाबरी मस्जिद पर फैसला मुसलमानों के हक में नहीं आता हो, तो उसे शांतिपूर्वक स्वीकार करना चाहिए. अगर फैसला हक में हो, तो भी उस […]
नयी दिल्लीः मुसलिमों के शिया समुदाय के धार्मिक गुरु कल्बे सादिक ने विवादित राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में बड़ा आैर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर बाबरी मस्जिद पर फैसला मुसलमानों के हक में नहीं आता हो, तो उसे शांतिपूर्वक स्वीकार करना चाहिए. अगर फैसला हक में हो, तो भी उस जमीन को खुशी-खुशी हिंदुओं को दे देना चाहिए. यही नहीं, उन्होंने कहा कि हमें जमीन जीतने के बजाय दिल जीतना चाहिए. सादिक के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि मौलाना साहब ने दिल जीत लिया.
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शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक ने रविवार को कहा कि अगर बाबरी मस्जिद पर फैसला मुस्लिमों के हक में नहीं आता, तो उन्हें शांतिपूर्वक से स्वीकार करना चाहिए. वहीं, अगर फैसला मुस्लिमों के पक्ष में जाता है, तो उन्हें जमीन खुशी-खुशी हिंदुओं को दे देनी चाहिए. अयोध्या विवाद को लेकर मौलाना कल्बे सादिक के बयान पर केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि मौलाना साहब (कल्बे सादिक) ने दिल जीत लिया.
Hamein zameen jeetne ke bajaye dil jeetne chahiye: Maulana Kalbe Sadiq, Shia cleric #Ayodhya pic.twitter.com/rTTBcrphGz
— ANI (@ANI) August 13, 2017
उन्होंने कहा कि भगवान राम न हिंदू के हैं और न मुस्लिम के, वह भारत की आत्मा हैं. इस कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव के साथ तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा भी मौजूद थे. गौरतलब है कि अयोध्या विवाद में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुवाद के लिए सभी पक्षों को 3 महीने का समय दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई पांच दिसंबर को होगी.