जांच रिपोर्टः दलित नहीं थे रोहित वेमुला, निजी कारणों से की थी आत्महत्या, भार्इ राजा वेमुला ने रिपोर्ट पर जतायी आपत्ति

हैदराबाद/नयी दिल्लीः हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गयी है. इस जांच रिपोर्ट में यह कहा गया है कि रोहित वेमूला दलित नहीं थे. उधर, इस जांच रिपोर्ट पर रोहित के भाई राजा वेमुला ने आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा है कि कमेटी को हमारी जाति तय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2017 12:37 PM

हैदराबाद/नयी दिल्लीः हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गयी है. इस जांच रिपोर्ट में यह कहा गया है कि रोहित वेमूला दलित नहीं थे. उधर, इस जांच रिपोर्ट पर रोहित के भाई राजा वेमुला ने आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा है कि कमेटी को हमारी जाति तय करने का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा है कि कमेटी यह कैसे तय कर सकती है कि हमलोग दलित हैं या नहीं.

इस खबर को भी पढ़ेंः ‘वेमूला की मां साबित करें कि वह अनुसूचित जाति से हैं’

अभी हाल ही में सार्वजनिक किये गये रिपोर्ट में यह कहा गया है कि रोहित ने आत्महत्या विश्वविद्यालय प्रशासन से तंग आकर नहीं, बल्कि निजी कारणों से किया था. बीबीसी के एक रिपोर्ट में राजा ने आरोप लगाया है कि जांच रिपोर्ट जाति पर केंद्रित है. उन्होंने कहा कि मैं अनुरोध करना चाहता हूं कि हमारी जाति का नहीं, हत्या के मूल कारणों का पता लगाया जाये.

जांच रिपोर्ट मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा बनाये गये न्यायिक आयोग ने दी है. कमेटी में इलाहबाद हाई कोर्ट के जज जस्टिस एके रूपनवाल शामिल थे. राजा ने कहा कि आखिर वे किस आधार पर कह रह हैं कि रोहित ने निजी कारणों के चलते आत्महत्या की. उन्होंने हमारे परिवार से बात तक नहीं की है. वे नेताओं और विश्वविद्यालय प्रशासन को बचाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह भाजपा की साजिश है. वे अपने नेताओं को बचाना चाहती है.

आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, रोहित अवसाद ग्रस्त था. इस पर उनके भाई राजा ने कहा कि यह बिलकुल झूठ है. रोहित बहुत ही सक्रिय इंसान था. वह तेज तर्रार था. वह पढ़ाई में भी अच्छा कर रहा था. मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि रोहित वेमुला दलित नहीं थे. इस पर राजा वेमुला ने कहा कि हमलोग माला समुदाय से हैं, जो अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं. आख़िर वे किस आधार पर हमारी जाति तय कर रहे हैं. यह डीएम और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तय करते हैं. उन्होंने जांच कर हमलोगों को अनुसूचित जाति का बताया है. उन्होंने इस संदर्भ में रिपोर्ट भी जारी किया है.

रिपोर्ट के अनुसार, रोहित की मां अनुसूचित जाति से और उनके पिता अति पिछड़ा वर्ग से संबंध रखते हैं. इस पर उनके भाई राजा ने कहा कि हमलोग अपनी मां के साथ शुरू से रह रहे हैं. बचपन से ही हमलोग अपने पिता के साथ नहीं रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसी स्थिति में हम अपनी मां की जाति अपना सकते हैं. आगे की रणनीति पर उन्होंने कहा कि कोर्ट में केस चल रहा है. मेरे वकील केस देख रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version