नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म पुरस्कारों को लेकर बड़ा बयान दिया है और इसको लेकर एक जरूरी घोषणा भी की. पीएम मोदी ने नीति आयोग के कार्यक्रम में उद्यमियों को संबोधित करते हुए पद्म पुरस्कारों के चयन में पारदर्शिता अपनाए जाने की बात कही. उन्होंने कहा पहले पद्म पुरस्कार मंत्रियों की सिफारिश पर दिए जाते थे. लेकिन हमने अब इस प्रक्रिया को बदलने का फैसला किया है और अब इसमें हर कोई भाग ले सके इसके लिए हमने विशेष प्रावधान किया है.
पद्म पुरस्कारों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि पहले यह पुरस्कार मंत्रियों की सिफारिशों के आधार पर दिया जाता था लेकिन अब नामांकन सभी लोगों के लिये खुला है. उन्होंने कहा कि याद करें कि पहले पद्म पुरस्कार किस प्रकार से दिया जाता था ? हमने इसमें छोटा सा बदलाव किया है और लोग पुरस्कार के लिये नाम की सिफारिश कर सकते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार आम नागरिकों के साथ मिलकर न्यू इंडिया के लिये काम करना चाहती है. उन्होंने कहा कि हममे से सभी समान रुप से देशभक्त हैं और भारत को प्रगति की नयी उंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं.
इसबार बंगाल के ऐसे ही साधारण व्यक्ति को पद्म श्री दिया गया. उसकी खासियत थी कि वो अपनी मोटरसाइकिल से लाचार लोगों को अस्पताल ले जाने में मदद करता था, ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी मां एंबुलेंस की कमी के कारण अपनी जान गवां दी थी. उसी दिन से उस सख्स ने संकल्प किया और लोगों को अपनी गाड़ी से लोगों को अस्पताल ले जाने की सुविधा देता. वो पुरे इलाके में एंबुलेंस अंकल के नाम से जाना-जाने लगा. कहने का मतलब है कि देश के कई ऐसे लोग हैं जिसके पास बहुत कुछ है देने के लिए, सरकार की कोशिश है कि ऐसे ही लोगों को आगे लाया जाए.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिये पुरजोर कदम उठा रही है जिसने संस्थागत रुप ले लिया है. प्रधानमंत्री ने वादा किया कि आम आदमी की समस्याओं को दूर करने के लिये और कदम उठाये जायेंगे.
बदलाव के चैम्पियन ‘ कार्यक्रम के तहत 200 से अधिक स्टार्ट आप उद्यमियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार ने पहले ही तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारियों की भर्ती में साक्षात्कार की प्रणाली को समाप्त कर दिया है और इसके कारण बिचौलियों की भूमिका खत्म हो गई है. ये बिचौलिये नौकरी का वादा करके धन ऐंठने का काम करते थे.
नीति आयोग की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भ्रष्टाचार ने संस्थागत रुप ले लिया है. जब तक आप इसके समकक्ष कोई संस्थागत व्यवस्था नहीं करेंगे, आप इसे नहीं रोक सकते हैं. ‘ ‘ उन्होंने कहा कि अब बिचौलियों को निकाल दिया गया है और ऐसे में ये लोग ही सबसे अधिक बेरोजगारी के बारे में शोर कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने गुरुवार को दिन में दो बार उद्यमियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि केवल सरकार और उसकी पहल से न्यू इंडिया नहीं बन सकता है, बदलाव के लिये देश के प्रत्येक नागरिक को प्रयास करना होगा.
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प्रधानमंत्री ने युवा उद्यमियों से विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिये नवोन्मेष करने और समाधान का रास्ता तलाशने पर जोर दिया. मोदी ने कहा कि वे चाहते हैं कि बदलाव के चैम्पियन जैसे कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किये जाएं. उन्होंने कहा कि उद्यमियों के विभिन्न समूहों को संबंधित मंत्रालयों को स्थायी आधार पर जोड़ा जाना चाहिए. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रमाणपत्रों के स्वप्रमाणन और निचले स्तर के पदों पर भर्ती के लिये साक्षात्कार को समाप्त करने सहित आम लोगों के जीवन को सुगम बनाने की अनेक पहल की है.