मनोज तिवारी ने कहा, हमारी सरकार बनी, तो भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करेंगे
नयी दिल्ली: कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर भोजपुरी को नजरंदाज करने का आरोप लगाते हुए गायक..अभिनेता एवं उत्तर पूर्व दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी ने कहा कि अगर क्रेंद्र में भाजपा की सरकार बनी तो भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. मनोज तिवारी ने बातचीत में कहा, […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर भोजपुरी को नजरंदाज करने का आरोप लगाते हुए गायक..अभिनेता एवं उत्तर पूर्व दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी ने कहा कि अगर क्रेंद्र में भाजपा की सरकार बनी तो भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
मनोज तिवारी ने बातचीत में कहा, ‘‘ कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने पिछले 10 वर्षो में भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के नाम पर लोगों को केवल आश्वासन दिया है. लोगों की भावनाओं के साथ खेला है जबकि यह भाषा बिहार, उत्तरप्रदेश समेत दुनिया के 12 देशों में 18 करोड से अधिक लोग बोलते हैं. लेकिन उनकी कलई खुल गई है. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिस भाषा (भोजपुरी) ने मुझे यहां तक पहुंचाया, मुझे पहचान दी उसका कर्ज उतारना है. संसद में भी भाजपा ने इस विषय को कई बार उठाया है. अगर केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तो भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.’’ उत्तर पूर्व दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने इस विषय पर आश्वासन दिया था. इसके बाद पी चिदंबरम ने भरोसा दिलाया था लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ. कई देशों ने भोजपुरी को मान्यता प्रदान की है लेकिन भारत में यह उपेक्षित है.
आठवीं अनुसूची में शामिल करने के उद्देश्य से गठित उच्चाधिकार समिति की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि इस समिति की रिपोर्ट पेश हुए कई वर्ष गुजर गए, भोजपुरी इन मानदंडों को पूरा करती है लेकिन फिर भी इसे संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सभी केवल अपने फायदे के लिए चुनाव लड रहे हैं, उन्हें पूर्वाचल और भोजपुरी बोलने वाले लोगों का वोट चाहिए लेकिन इस भाषा की उन्नति के लिए कुछ नहीं करना है.