बिहार में बाढ़ से मरनेवालों की संख्या 153 पहुंची, यूपी में बचाव कार्य के लिए बुलायी गयी सेना

नयी दिल्ली : बाढ़ के कारण बिहार, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम सहित कई राज्य बुरी तरह प्रभावित हैं. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बिहार मेंइसकारण मरने वालों की संख्या 153 पहुंचगयी है.राज्य में बाढ़ प्रभावित 17 जिलों में फंसे हुए लोगों की संख्या एक करोड़ से पार हो चुकी है. वहीं, यूपी में 15 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2017 8:31 AM

नयी दिल्ली : बाढ़ के कारण बिहार, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम सहित कई राज्य बुरी तरह प्रभावित हैं. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बिहार मेंइसकारण मरने वालों की संख्या 153 पहुंचगयी है.राज्य में बाढ़ प्रभावित 17 जिलों में फंसे हुए लोगों की संख्या एक करोड़ से पार हो चुकी है. वहीं, यूपी में 15 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. नेपाल से लगते पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना को बुलायीगयी है. हाल में असम और बंगाल में भारी बारिश नहीं होने से हालात में थोड़ा सुधार हुआ है.

बिहार में बाढ़ : घटने लगा जलस्तर, दिखने लगी तबाही, परेशानी बरकरार

बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि बिहार के अररिया जिले में मरनेवालों की संख्या 30 पार हो चुकी है. पश्चिम चंपारण में 23, सीतामढी में 13, मधुबनी में आठ, कटिहार में सात, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, सुपौल जिलों में 11-11 , पूणर्यिा और मधेपुरा जिले में नौ-नौ लोगों की मौत हुई है. दरभंगा, गोपालगंज और सहरसा जिलों में चार-चार, खगडयिा और शिवहर में तीन-तीन, सारण में दो और मुजफ्फरपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि बिहार के 17 जिलों और 1,688 पंचायत में करीब 1.08 करोड लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

मौसम कार्यालय ने बताया कि पटना, गया, भागलपुर और पूर्णिया में गरज के साथ शनिवार को बारिश होने की आशंका है. एक अधिकारिक बयान में बताया गया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करके अधिकारियों को जरुरी निर्देश दिये हैं. उन्होंने पूर्वी चंपारण के क्षेत्रों में हवाई मार्ग से खाद्य पदार्थों के पैकेटों के वितरण को तेज करने को कहा है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 1,152 सदस्यों वाली 28 टीम 118 नाव की मदद से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य कर रही है.

बिहार में कब-कब बाढ़ ने मचाई तबाही

आपदा प्रबंधन विभाग ने एक विज्ञप्ति में बताया कि 2,228 कर्मियों के साथ सेना की सात टीम 280 नाव की मदद से राहत और बचाव कार्य में मदद कर रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव ने कहा कि 1,765 समुदायिक रसोई राज्य में बाढ़ प्रभावित कई क्षेत्रों में 3.44 लाख लोगों को खाना खिला रही है. इसी बीच सप्ताह की शुरआत में बेंगलुरु में रिकॉर्ड बारिश होने के बाद यहां स्थिति में सुधार हो रहा है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली में बारिश नहीं हुई. लगातार हो रही बारिश और नदियों में बहाव की वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश में हालात और भी खराब हो गये हैं. यहां सेना को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है.

प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि गोरखपुर-सनौली मार्ग पर नेपाल की तरफ यातायात रुक गया है. जिले के 105 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें से 35 गांव पूरी तरह जलमग्न हैं और यहां के लोगों को सुरक्षति स्थानों पर भेजा गया है. उत्तरी बंगाल में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है. सभी नदियों में जलस्तर घट रहा है. हालांकि मरनेवाले लोगों की संख्या 52 तक पहुंच चुकी है. पूर्वोत्तर राज्य असम में बाढ संबंधित घटनाओं में 11 और लोगों की मौत हो गयी. हालांकि अधिकारियों ने बताया कि ताजा बारिश नहीं होने की वजह से हालात में सुधार हुआ है.

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि ओडिशा में निम्न दबाव क्षेत्र बनने से अगले 24 घंटों में भारी बारिश की आशंका है. हिमाचल प्रदेश में दोची गांव के निकट भूस्खलन की वजह से यातायात प्रभावित हो गया.

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