नयी दिल्ली : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से रविवार को कहा कि वह उत्तर प्रदेश में उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना को लेकर ‘प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर दिन के अंत तक’ जवाबदेही तय करें. मंत्री ने कहा कि वह हालात पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और पटरियों की मरम्मत उनकी शीर्ष प्राथमिकता है.
Restoration is top priority.7 coaches tackled. Also ensuring best possible medical care for the injured. Monitoring situation closely.
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) August 20, 2017
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के पास शनिवार शाम उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरियों से उतर जाने के कारण 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी जबकि 156 घायल हो गये.
Will not allow laxity in operations by the Board. Have directed CRB to fix responsibility on prima facie evidence by end of day.
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) August 20, 2017
प्रभु ने ट्विटर पर लिखा है, ‘मरम्मत प्राथमिकता है. सात डिब्बों को हटा दिया गया है. घायलों के लिए सर्वश्रेष्ठ संभव चिकित्सा सेवा की व्यवस्था की जा रही है. हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं.’ मंत्री ने लिखा है, ‘बोर्ड द्वारा अभियान में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर दिन के अंत तक जवाबदेही तय करने को कहा है.’
कल से ही हालात पर नजर रखे हुए केंद्रीय मंत्री ने शीर्ष अधिकारियों और मेडिकल टीम को निर्देश दिया है कि वह घायलों का इलाज करें और प्रभावित यात्रियों के रिश्तेदारों की हरसंभव सहायता करें. प्रभु ने कल हुई इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा कि वह स्वयं हालात पर नजर रख रहे हैं और लापरवाही होने की स्थिति में कडी कार्रवाई की जायेगी.
मंत्री ने मृतकों के निकटतम परिजनों को 3.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये और मामूली रूप से चोटिल लोगों को 25 हजार रुपये बतौर सहायता राशि देने की घोषणा की है.