नयी दिल्ली : मुसलिम समाज में तीन तलाक मुद्दे पर आज सुप्रीम कोर्ट के आये ऐतिहासिक फैसले का स्वाभाविक रूप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने स्वागत किया. वहीं, देश की दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस ने भी इस फैसले का अभिनंदन किया है. कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर एकांउट पर ट्वीट कर कहा है – हम तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं, यहभारत में मुसलिम महिलाओं को समानता का हकदेने के लिए एक प्रगतिशील और धर्मनिरपेक्ष फैसला है. कांग्रेस के इस ट्वीट से पहले उसके कुछ बड़े नेताओं ने मीडिया को दिये बयान में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था.कांग्रेसनेता व पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया. सलमान खुर्शीद ने कहा कि यह बहुत अच्छा और सुलझा हुआ फैसला है. यह दूरगामी निर्णय है. यह सच्चाई हैै, वास्तविकता है. यह फैसला सही इस्लाम को उजागर करता है. जिसपरंपराका इस्लाम से ताल्लुक नहीं है, उसे यह फैसला बाहर कर देता है. सुप्री मोर्ट ने मामला केंद्र सरकार को भेजा है.
We welcome the Supreme Court's judgement on #TripleTalaq.
It is a progressive, secular judgement for equal rights of Muslim women in India. https://t.co/2Xa4KEwEAW— Congress (@INCIndia) August 22, 2017
दरअसल,कांग्रेस के नेतावपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की वह शख्स थे,जिन्होंनेतीनतलाक के संबंध मेंशाह बानो को गुजारा भत्ता देने के सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को संसद मेंकानूनपारित कर बदल दिया था.1986में कम राजनीतिक अनुभव वाले प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार ने मुसलिम महिला तालाक अधिकार संरक्षण कानून पारित किया था. यह अपने आप में एक चौंकाने वाली पहल थी और राष्ट्रीय स्तर पर इसकी चर्चा व आलोचना हुई थी. भले ही तब तुरंत कांग्रेस को इसका बड़ा राजनीतिक नुकसान नहीं हुआ, लेकिन आने वाले दशकों में उसने विपक्षी भाजपा को एक बड़ा मुद्दा दे दिया, जिस पर भाजपा सालों काम करती रही और मुद्दे को समय-समय पर उठाती रही. आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है तो भाजपा के लिए यह एक नैतिक उपलब्धि है, वहीं कांग्रेस के लिए अपना स्टैंड दुरुस्त करने का मौका. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज बड़ी शालीनता से कहा है कि यह फैसला किसी की जीत या किसी की हार नहीं है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इस फैसले के बाद मीडिया के सामने आये और पांच पंक्तियों का संक्षिप्त व सधा हुआ बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि कई मुसलिम देशों में आज तीन तलाक की व्यवस्था नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत से इस पर रोक का फैसला देकर देश की करोड़ों मुसलिम महिलाओं को समानता से जीने का मौका दिया. मैं इस फैसले को स्वागत करता हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को इस मामले को ठीक से अदलात के पक्ष रखने के लिएपार्टीकीओर से बधाई देता हूं. आज मुसलिम महिलाओं के लिए स्वाभिमान व समानता के दिन की शुरुआत हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है और इसे ऐतिहासिक बताया है.
Judgment of the Hon'ble SC on Triple Talaq is historic. It grants equality to Muslim women and is a powerful measure for women empowerment.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2017