दिल्ली : केजरीवाल की साख दांव पर, बवाना विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान जारी

नयी दिल्ली : दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए बुधवार सुबह से मतदान जारी है. इस सीट पर तीन मुख्य पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस इस चुनाव में जीत की उम्मीद लगाये हुए हैं. उत्तर पश्चिम दिल्ली की इस विधानसभा सीट पर कुल 379 मतदान केंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2017 9:59 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए बुधवार सुबह से मतदान जारी है. इस सीट पर तीन मुख्य पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस इस चुनाव में जीत की उम्मीद लगाये हुए हैं. उत्तर पश्चिम दिल्ली की इस विधानसभा सीट पर कुल 379 मतदान केंद्र बनाये गये हैं जिनमें करीब तीन लाख मतदाता वोट डाल रहे हैं. परिणामों की घोषणा 28 अगस्त को की जायेगी.

दिल्ली विधानसभा में हालांकि, आप के पास पूर्ण बहुमत है, लेकिन नगर निगम चुनाव, राजौरी गार्डन विधानसभा सीट के उपचुनाव तथा पंजाब और गोवा में हार का सामना करने के बाद इस सीट को जीतने के लिए पार्टी हर संभव कोशिश में लगी है. आप ने इस सीट पर रामचंद्र को चुनाव मैदान में उतारा है. 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के मात्र चार विधायक हैं और उसे उम्मीद है कि वह राष्ट्रीय राजधानी में भी अपनी जीत के अभियान को जारी रखेगी. चुनाव मैदान में एक अन्य प्रमुख उम्मीदवार कांग्रेस का भी है. कांग्रेस भी इस सीट को जीतकर विधानसभा में अपना खाता खोलने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस ने बवाना से तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है.

आप के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के सहयोगियों एवं आप के शीर्ष नेताओं ने क्षेत्र में जबरदस्त प्रचार किया है. भाजपा ने आप उम्मीदवार के रूप में वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में बवाना से जीत दर्ज करनेवाले वेद प्रकाश को अपना प्रत्याशी बनाया है. वेद प्रकाश ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद वह गत मार्च में आप छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे.

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक बयान में कहा कि उपचुनाव के लिए वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रायल (वीवीपीएटी) से लैस इवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. बयान में बताया गया कि विधानसभा क्षेत्र में कुल 379 मतदान केंद्रों में से 311 में एक हजार से भी कम पंजीकृत मतदाता हैं, जबकि 68 केंद्रों पर एक हजार से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं.

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