चंडीगढ़ : पुलिस पर हमेशा राजनीतिक दबाव होता है पर यह उस अधिकारी पर निर्भर करता है कि वह इन दबावों से कैसे निपटता है. यह कहना है 2008 बैच की पंजाब कैडर की महिला एसएसपी नीलांबरी विजय जगदले का, जिन्होंने आज चंडीगढ़ की पहली महिला एसएसपी का पदभार संभाला.
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीलांबरी ने कहा कि 25 अगस्त को बाबा राम रहीम की पेशी चंडीगढ़ पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज है. नीलांबरी जगदले महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली हैं. उनका बचपन नागपुर में ही बीता. उन्होंने वहीं पर शिक्षा पायी. उनके पति सेना के मेजर हैं. इनकी एक ढाई साल की बच्ची है .
2008 में नीलांबरी ने आईपीएस की परीक्षा पास की और जालंधर में एसीपी के तौर पर नियुक्त हुई. उसके बाद लुधियाना में एसीपी और DCP रहीं. एसएसपी के तौर पर उन्होंने फाजिल्का और पठानकोट में कार्य किया है और 2017 के चुनावों के समय वह पठानकोट में बतौर एसएसपी तैनात थीं. नीलांबरी ने अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बात करते हुए कहा कि महिला उत्पीड़न के मामले, खराब पड़े सीसीटीवी कैमरे और पुलिस फोर्स से भ्रष्टाचार उन्मूलन उनकी सूची में सबसे ऊपर हैं.