नयी दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने सोमवार को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम से भ्रष्टाचार के एक मामले में दूसरी बात पूछताछ की. यह जानकारी सीबीआइ सूत्रों ने दी. यह मामला उन पर पीटर मुखर्जी और उसकी पत्नी इंद्रानी के एक मीडिया समूह में विदेशी विनिमय के लिए कथित तौर पर मंजूरी देने से जुड़ा है. कार्ती सुबह 11:30 बजे सीबीआइ मुख्यालय पहुंचे. सूत्रों ने बताया कि कार्ती के तीन संदिग्ध सहयोगियों भास्कर रमन, रवि विश्वनाथन और मोहनन राकेश से भी मामले के संबंध में पूछताछ की गयी.
एजेंसी उनसे आइएनएक्स मीडिया समूह को मॉरिशस से विदेशी विनिमय स्वीकार करने की विदेशी विनिमय प्रोत्साहन बोर्ड (एफआइपीबी) द्वारा उस समय दी गयी मंजूरी को लेकर पूछताछ कर रही है जब उनके पिता पी चिदंबरम केंद्रीय वित्त मंत्री थे. सूत्रों का कहना है कि कार्ती द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित एक कंपनी ने आइएनएक्स मीडिया से पैसा लिया जिसे इंद्राणी और पीटर मुखर्जी चलाते हैं जो फिलहाल इंद्राणी की बेटी की हत्या के आरोप में जेल में हैं.
सीबीआइ ने इससे पहले 23 अगस्त को भी कार्ती से पूछताछ की थी. पी चिदंबरम ने कार्ती पर सीबीआइ द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बयान दिया था कि सरकार उनके बेटे को निशाना बनाने के लिए सीबीआइ और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने कहा था कि एफआइपीबी ने सैकड़ों मामलों में स्वीकृति दी है.