नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 5 सितंबर के दौरान ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन के शियामेन की यात्रा पर जायेंगे. विदेश मंत्रालय ने आज इस आशय की जानकारी दी. ब्रिक्स सम्मेलन में मोदी के हिस्सा लेने जाने की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही डोकलाम के मुद्दे पर भारत और चीन के बीच 73 दिनों से जारी गतिरोध खत्म हो गया था और दोनों देशों ने इस क्षेत्र से अपने सैनिक हटा लिये थे. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘ ‘ चीन के राष्ट्रपति के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 5 सितंबर के दौरान नौंवे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने चीन के फजियान प्रांत के शियामेन क्षेत्र की यात्रा पर जायेंगे. ‘ ‘
वहीं, सत्ताधारी पार्टी भाजपा मेंविदेश मामलों को देखने वाले तेज-तर्रार पार्टी महासचिव राम माधव ने भी आज डोकलाम मुद्दे पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि हमने इस मुद्दे पर उकसाने वाले कार्रवाई नहीं की. हमने इस सुलझाने के लिए कूटनीति का सहारा लिया. उन्होंने कहा कि डोकलाम पर भारत नेएक गरिमापूर्ण रुख अख्तियार किया. उन्होंने कहा कि अंतत: दोनों पक्षों ने अपने कदम पीछेकिये. उन्होंने कहा कि कल के फैसले का हम स्वागत करते हैं.
We have not allowed ourselves to be provoked, we followed a mature diplomatic route to resolve the issue: Ram Madhav,BJP #Doklam pic.twitter.com/KoKUVYlWu2
— ANI (@ANI) August 29, 2017
चीन की यात्रा पूरी करने के बाद मोदी 5 से 7 सितंबर तक म्यामां की राजकीय यात्रा पर जायेंगे. वे म्यामां के राष्ट्रपति यू थिन क्वा के निमंत्रण पर म्यामां जा रहे हैं. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली द्विपक्षीय म्यामां यात्रा होगी. इससे पहले वे 2014 में आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने म्यामां की राजधानी गए थे. विदेश मंत्रालय ने बताया कि अपनी म्यामां यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री आपसी हितों के मुद्दों पर स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ चर्चा करेंगे और राष्ट्रपति यू थिन क्वा से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री का यांगून और बेगान में भी कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है.