जहर के प्याले को बनाया जाम, सेल्फी ली और दोनों सहेलियों ने कर लिया सुसाइड

इंदौर : इंदौर में एक अजीब घटना सामने आयी है. दो सहेलियों ने एक साथ आत्‍महत्‍या कर ली, वो भी हंसते-हंसते. जानाकरी के अनुसार दोनों सहेलियों ने सबसे पहले जहर के प्याले के साथ सेल्फी ली. फिर एक साथ जहर पीकर दोनों ने आत्महत्या कर ली. दोनों में एक लड़की कॉल सेंटर में काम करती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2017 12:06 PM

इंदौर : इंदौर में एक अजीब घटना सामने आयी है. दो सहेलियों ने एक साथ आत्‍महत्‍या कर ली, वो भी हंसते-हंसते. जानाकरी के अनुसार दोनों सहेलियों ने सबसे पहले जहर के प्याले के साथ सेल्फी ली. फिर एक साथ जहर पीकर दोनों ने आत्महत्या कर ली. दोनों में एक लड़की कॉल सेंटर में काम करती थी जबकि दूसरी लड़की कैटरिंग का काम करती थी. यह घटना मंगलवार को विजय नगर थाना क्षेत्र के गुरु नगर में सामने आयी है. इनके पास से सुसाइड नोट भी मिले हैं, जिनमें दोनों ने जिंदगी से परेशान होने की बात लिखी है.

वेब पोर्टल नयी दुनिया की खबर के अनुसार विजय नगर टीआई एसके दास ने बताया, ‘दोनों सहेलियां दो मंजिला मकान की पहली मंजिल पर एक फ्लैट में रहती थीं. इनकी पहचान रचना चौधरी (27) और तन्वी वास्कले (25) के रूप में हुई है. रचना धार की और तन्वी बड़वानी जिले के गोमिया बलखड़ गांव की रहने वाली थी. इनके पास से मिले सुसाइड नोट में 27 अगस्त की तारीख है. इसे देखते हुए पुलिस का मानना है कि 27 की देर रात या 28 की सुबह इन्होंने आत्मघाती कदम उठाया.

पुलिस ने उनके फ्लैट से प्याले, प्लेट, डायरी, सुसाइड नोट, कुछ बोतलें व उनके मोबाइल भी जब्त किये हैं. आत्महत्या से पहले दोनों ने अपने वॉट्सएप मैसेज, इनकमिंग-आउटगोइंग कॉल्स की लिस्ट सहित अन्य जानकारियां डिलीट कर दी थी. हालांकि फोटो जरूर मिले हैं जो शायद दोनों ने आत्महत्या से पहले लिए थे. दोनों ने जाम की तरह जहर के प्याले टकराते हुए फोटो लिए थे. एक-दो फोटो में उनकी आंखों में आंसू भी दिखायी दे रहे हैं.

रचना फाइनेंस कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी, वहीं तन्वी कैटरिंग का काम करती थी. रचना के साथी कर्मचारी भूपेंद्र ने बताया कि दो दिन से रचना फोन नहीं उठा रही थी. हमें लगा कि उसकी तबीयत खराब है. हम उसके घर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था. आसपास वालों ने बताया कि रविवार से उन्होंने दरवाजा नहीं खोला. मामला गड़बड़ देख मकान मालिक को फोन किया. मकान मालिक का बेटा आया तब दरवाजा तोड़ा गया. उसके बाद आत्महत्या का पता चला.

पुलिस के मुताबिक, रचना शादीशुदा थी. उसका छह साल का युग नाम का एक बेटा भी है, जो धार में नाना-नानी के यहां रहता है. उसका देवास में रहने वाले पति से तलाक को लेकर केस चल रहा था. दोनों चार साल से अलग थे. उसके पास से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है – मैं जिंदगी से परेशान हो चुकी हूं. मैं खुद अपनी आत्महत्या की जिम्मेदार हूं. पति (अशोक) से नफरत करती हूं. मैं मरकर भी नहीं मर सकती. मेरी लाश को उसे हाथ भी मत लगाने देना. मेरा अंतिम संस्कार सुहागिन की तरह मत करना. युग को माता-पिता की परवरिश की जरूरत है. इसलिए हम उसकी परवरिश ठीक से नहीं कर पाते. आप लोग (नाना-नानी) उसका ध्यान रखना और माता-पिता की तरह उसकी परवरिश करना. वहीं तन्वी ने एक पेज के सुसाइड नोट में बहनों के लिए लिखा है- मैं जिंदगी से थक चुकी हूं. आत्महत्या की मैं खुद जिम्मेदार हूं. किसी को परेशान ना किया जाए. आप लोग अपना ध्यान रखना.

Next Article

Exit mobile version