रविवार को होगा मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल, कई नये चेहरे होंगे शामिल, कई मंत्रियों ने दिये इस्तीफे
नयी दिल्ली : मोदी मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित फेरबदल रविवार को होगा जिसमें करीब एक दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. रविवार को सुबह दस बजे होनेवाले इस फेरबदल में कई नये चेहरे शामिल हो सकते हैं जिसमें भाजपा के सहयोगी दलों से कुछ चेहरों को स्थान दिये जाने की उम्मीद है. मई 2014 […]
नयी दिल्ली : मोदी मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित फेरबदल रविवार को होगा जिसमें करीब एक दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. रविवार को सुबह दस बजे होनेवाले इस फेरबदल में कई नये चेहरे शामिल हो सकते हैं जिसमें भाजपा के सहयोगी दलों से कुछ चेहरों को स्थान दिये जाने की उम्मीद है. मई 2014 में मोदी सरकार के केंद्र में सत्ता संभालने के बाद यह मंत्रिमंडल में तीसरा फेरबदल होगा.
साल 2019 में होनेवाले अगले लोकसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में होनेवाले इस फेरबदल को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसे कामकाज और जमीनी राजनीति के बीच संतुलन स्थापित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. अधिकारी ने कहा, ‘रविवार को प्रात: करीब दस बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ‘मंत्रिमंडल में होनेवाले फेरबदल से पहले चार मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी, संजीव कुमार बालियान, फग्गन सिंह कुलस्ते और महेंद्र नाथ पांडे इस्तीफा दे चुके हैं. समझा जाता है कि श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारु दत्तात्रेय ने भी इस्तीफा दिया है. इनसे इस्तीफा देने को कहा गया था.
भाजपा सूत्रों ने बताया कि इनके अलावा दो कैबिनेट मंत्रियों की ओर से भी इस्तीफे की पेशकश करने की बात सामने आयी है जिनमें उमा भारती और कलराज मिश्र के नाम की चर्चा है. सूत्रों ने बताया कि मिश्र ने मोदी से मुलाकात की और इस्तीफे की पेशकश की. उमा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘गुोुवार से चल रही मेरे इस्तीफे की खबरों पर मीडिया ने प्रतिक्रिया पूछी. इस पर मैंने कहा कि मैंने ये सवाल सुना ही नहीं, न सुनूंगी, न जवाब दूंगी.’ अपने अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘इस बारे में या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह या अध्यक्ष जी जिसको नामित करें, वही बोल सकते हैं. मेरा इस पर बोलने का अधिकार नही है.’
अरुण जेटली के पास इस समय वित्त और रक्षा मंत्रालय है. सूत्रों ने बताया कि उनके पास एक मंत्रालय ही रह सकता है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का नाम ऐसे मंत्रियों में लिया जा रहा है, जिनका कामकाज काफी अच्छा है. ऐसे में उन्हें अधिक जिम्मेदारी दी जा सकती है. सूत्रों ने बताया कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की पेशकश की थी, ऐसे में उन्हें दूसरा मंत्रालय दिया जा सकता है.
ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव, पार्टी उपाध्यक्ष विनय सह्रस्त्रबुद्धे के अलावा प्रह्ललाद पटेल, सुरेश अंगड़ी, सत्यपाल सिंह, हेमंत विश्व शर्मा, महेश गिरि, शोभा करंदलाजे और प्रह्लाद जोशी को भी मंत्री बनाया जा सकता है. बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनानेवाली जदयू के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है और जदयू की ओर से आरसीपी सिंह और संतोष कुमार के मंत्री बनाये जाने की चर्चा है. जदयू राजग में शामिल हो चुकी है. अन्नाद्रमुक नेता एम थम्बीदुरै ने गुरुवार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी. ऐसी संभावना है कि अगर अन्नाद्रमुक केंद्र सरकार में शामिल होने का फैसला करती है तो इस पार्टी से थम्बीदुरई के अलावा पी वेणुगोपाल और वी मैत्रेयन इसमें शामिल हो सकते हैं. हालांकि अन्नाद्रमुक ने इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं की है.
वर्तमान में अभी केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री समेत 73 सदस्य हैं और कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 81 से अधिक नहीं हो सकती. एक तरफ कैबिनेट में कुछ रिक्तियां हैं तो दूसरी तरफ कुछ वरिष्ठ मंत्री दो मंत्रालयों का प्रभार संभाले हुए हैं. अरुण जेटली के पास वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय है, तो हर्षवर्द्धन, स्मृति ईरानी और नरेंद्र सिंह तोमर के पास भी अतिरिक्त प्रभार है.