NCP ने अन्ना हजारे पर लगाया आरोप, RSS के इशारे पर की लोकपाल की मांग

मुंबर्इः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शनिवार को कथित रूप से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे पर आरोप लगाया कि वह अपनी नींद से जागे हैं और उन्होंने आरएसएस के निर्देशों पर लोकपाल की नियुक्ति की मांग की है. हजारे ने इस हफ्ते की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चेतावनी भरा पत्र लिखकर लोकपाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2017 8:13 PM

मुंबर्इः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शनिवार को कथित रूप से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे पर आरोप लगाया कि वह अपनी नींद से जागे हैं और उन्होंने आरएसएस के निर्देशों पर लोकपाल की नियुक्ति की मांग की है. हजारे ने इस हफ्ते की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चेतावनी भरा पत्र लिखकर लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति के साथ ही स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट को लागू करने को लेकर फिर से आंदोलन शुरू करने की बात कही थी.

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एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने यहां एक बयान में आरोप लगाया है, अन्ना हजारे साढ़े तीन साल बाद अपनी नींद से जागे हैं. वह अब सक्रिय हो गये हैं. उन्होंने आरएसएस के निर्देशों पर लोकपाल की नियुक्ति की मांग की है. उन्होंने कहा लोकपाल की नियुक्ति संबंधी एक मामला सुप्रीम कोटर् में लंबित है, जहां केंद्र ने कहा है कि वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है और इसलिए लोकपाल की नियुक्ति नहीं की जा सकती है.

मलिक ने कहा कि इस मामले में किसी फैसले की उम्मीद है और सरकार बहुत जल्द लोकपाल नियुक्त करेगी. इसी वक्त नया आंदोलन शुरू कर हजारे आरएसएस की मदद से सारा ध्यान अपनी ओर खींचना चाहते हैं. यह पूर्व नियोजित नाटक है, जो बहुत जल्द सबको समझ आ जायेगा. हजारे ने अपने पत्र में लिखा कि वह लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर बहुत बार पहले भी पत्र लिख चुकें हैं, लेकिन उन्हें इस पर कोई प्रतिक्रया या कार्रवार्इ होते हुए नहीं दिखी है.

उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि लोगों ने काफी उम्मीद के साथ आपको सत्ता दी, लेकिल आम आदमी को अभी भी अपना काम करवाने के लिए पैसा देना पड़ता है. भ्रष्टाचार अब भी खत्म नहीं हुआ है और लोगों को रोज इससे जूझना पडता है.पत्र में उन्होंने कहा कि लोकपाल और लोकायुक्त कानून लागू करने से भ्रष्ट्राचार को 50 से 60 फीसदी तक कम किया जा सकता है, लेकिन आप फिर भी इसपर कोई काम नहीं कर रहे हैं. आप कभी भी इसके बारे में बोलते नहीं या इस संबंध में कुछ नहीं करते हैं. हमारा देश कैसे भ्रष्टाचार से मुक्त होगा ? उन्होंने कहा कि आपकी तरफ से कोई प्रतिक्रया नहीं मिलने पर, मैंने दिल्ली में आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया है. मैं तब तक विरोध करता रहूंगा, जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती.

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