नयी दिल्लीः रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये जाने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार के दो सांसदों अश्विनी चौबे आैर आरके सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, भाजपा आलकमान की आेर से करीब-करीब 10 नये चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर मुहर लगा दी गयी है. हालांकि, चर्चा इस बात की भी है कि सरकार में जदयू समेत किसी अन्य सहयोगी दलाें के लोगों को जगह नहीं दी गयी है.केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की कवायद के बीच अन्नाद्रमुक और जदयू के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के विषय पर अनिश्चितता बनी हुई है. केंद्रीय मंर्त्िामंडल में यह फेरबदल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा फेरबदल है .
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मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, मंत्रिमंडल में नये चेहरों को शामिल किये जाने को लेकर भाजपा की आेर से किये जा रहे मंथन के बाद शनिवार की देर शाम 10 नये लोगों के नाम पर करीब-करीब मुहर लगा दी गयी है. इन 10 नये चेहरों में हरदेव सिंह पुरी, अनंत कुमार हेगड़े, केजे अल्फोंसे, सत्यपाल सिंह, वीरेंद्र कुमार, आरके सिंह, गजेंद्र सिंह, के हरिबाबू, शिवपाल शुक्ला आैर अश्विनी चौबे का नाम शामिल है. इसमें आरके सिंह बिहार के आरा से सांसद हैं आैर अश्विनी चौबे आरा के पड़ोसी जिले बक्सर से सांसद हैं. हालांकि, अभी तक यह कहा जा रहा है कि पीएम मोदी की सरकार में मंत्री के तौर पर जिन 10 लोगों के नाम पर मुहर लगायी गयी है, उनमें से कोर्इ भी एनडीए के घटक दलों से कोर्इ चेहरे शामिल नहीं किये गये हैं.
हालांकि अन्नाद्रमुक के सरकार में शामिल होने की संभावना काफी कम दिखायी देती है. वहीं, पटना में बिहार के मुख्यमंत्री आैर जदयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बारे में कोई बात नहीं हुई. मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मंत्रिमंडल में होने वाले इस फेरबदल से पहले इसे अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. वृंदावन में संघ परिवार की समन्वय बैठक में शुक्रवार को हिस्सा लेने के बाद शाह शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में लौट आये हैं. एनडीए सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद यह कैबिनेट में होने वाला तीसरा फेरबदल है.
इसके अलावा, पार्टी के बीच से संभावित मंत्रियों के तौर पर भाजपा के महासचिव भूपेंद्र यादव, पार्टी के उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे, प्रहलाद पटेल, सुरेश अंगदी, सत्यपाल सिंह, अनुराग ठाकुर, शोभा करंदलाजे, महेश गिरी और प्रहलाद जोशी के नामों पर भी चर्चा की जा रही है. अश्विनी चौबे और परवेश साहिब सिंह वर्मा को भी मंत्री पद के संभावितों में माना जा रहा है. यादव और सह्रत्रबुद्धे राज्यसभा सदस्य हैं और उन्हें संगठन का व्यक्ति माना जाता है.
प्रह्लाद पटेल मध्यप्रदेश से भाजपा के तेजतर्रार नेता हैं. जोशी, करंदलाजे और अंगदी कर्नाटक से लोकसभा सांसद हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सत्यपाल सिंह उत्तरप्रदेश के बागपत से सांसद हैं और परवेश साहिब सिंह वर्मा पश्चिम दिल्ली से सांसद हैं. अनुराग सिंह ठाकुर हिमाचल प्रदेश से सांसद हैं और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र हैं.