पीयूष गोयल : तीन दशक का सफर तय करते हुए बने कैबिनेट मंत्री
नयी दिल्ली : कैबिनेट मंत्री के रूप में आज पदोन्नत किये गये पीयूष गोयल को केंद्र सरकार के कार्यकुशल मंत्रियों में गिना जाता है और वे अब तक मोदी सरकार में ऊर्जा मंत्री का स्वतंत्र प्रभार संभाल रहे तथा भाजपा में भी कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं. 53 वर्षीय गोयल राज्यसभा सदस्य हैं और पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. उन्हें भाजपा की सूचना संचार अभियान समिति की अगुवाई करने का अनुभव है और 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए सोशल मीडिया अभियान समेत पार्टी के प्रचार प्रसार अभियान की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
पेशेवर तौर पर वह चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और प्रबंधन के मुद्दों पर कई बड़े कॉर्पोरेट संस्थानों को सलाह दे चुके हैं. लगभग तीन दशक के राजनीतिक करियर में वह भाजपा में विभिन्न पदों पर अहम भूमिका निभा चुके हैं और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य हैं. गोयल के पिता दिवंगत वी पी गोयल भी करीब दो दशक तक पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे. वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जहाजरानी मंत्री थे. उनकी मां चंद्रकांता गोयल मुंबई से तीन बार विधायक रही हैं. उनके नेतृत्व में बिजली मंत्रालय ने 2022 तक देश के हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.
विद्युत के साथ कोयला, अक्षय ऊर्जा और खान मंत्रालयों का भी प्रभार संभाल रहे गोयल को केंद्र के ग्रामीण विद्युतीकरण एजेंडा को तेजी से आगे बढ़ाने और देश के कोयला क्षेत्र की दशा बदलने का श्रेय भी दिया जाता है. वह उच्च सदन में दूसरी बार महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.