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#Hooch : जब शराब ने बेंगलुरु में बिछा दी 308 लाशें

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में जहरीली शराब की वजह से जैप के दो जवानों समेत 7 लोगों की मौत हो गयी. एक साथ 7 लोगों की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जहरीली शराब से देश में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे बड़ी त्रासदी 1981 में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2017 5:15 PM

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में जहरीली शराब की वजह से जैप के दो जवानों समेत 7 लोगों की मौत हो गयी. एक साथ 7 लोगों की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जहरीली शराब से देश में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे बड़ी त्रासदी 1981 में कर्नाटक में हुई. इसमें 308 लोगों की मौत हो गयी थी.

अगस्त 2017 : झारखंड की राजधानी रांची में जहरीली शराब पीने की वजह से 7 लोगों की मौत हो गयी. कई गंभीर रूप से बीमार. अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है इलाज.

अगस्त 2016 : बिहार के गोपालगंज में जहरीली शराब पीने की वजह से 18 लोगों की मौत हो गयी.

जून 2015 : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में शराब पीने से कम से कम 90 लोगों की मौत हो गयी.

जनवरी 2015 : उत्तर प्रदेश के लखनऊ और उन्नाव में जहरीली शराब पीने से 32 लोगों की जान चली गयी.

अक्तूबर 2013 : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गयी.

फरवरी 2012 : ओड़िशा के महिंदरपाड़ा में जहरीली शराब पीने से 35 लोगों की जान चली गयी.

दिसंबर, 2011 : पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के संग्रामपुर गांव में जहरीली शराब पीने से 170 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी. इसमें अधिकतर रिक्शा खींचनेवाले, मजदूर और हॉकर थे.

अक्तूबर, 2010 : पंजाब के होशियापुर जिला में स्थित कालवां गांव में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गयी और 15 अन्य गंभीर रूप से बीमार पड़ गये.

सितंबर 2010 : केरल के मलाप्पुरम जिले में जहरीली शराब ने 26 लोगों की जान ले ली.

मार्च 2010 : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और गाजियाबाद जिले में होली की पूर्व संध्या पर जहरीली शराब पीने से 35 लोगों की मौत हो गयी.

फरवरी 2010 : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में शराब पीने की वजह से 13 लोगों की जान चली गयी.

जनवरी 2010 : तटीय आंध्रप्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में जहरीली शराब ने 14 लोगों की जान ले ली.

सितंबर 2009 : जहरीली शराब की वजह से उत्तर प्रदेश में 29 लोगों की मौत हो गयी.

जुलाई 2009 : शराबबंदीवाले राज्य गुजरात के अहमदाबाद में जहरीली शराब ने 136 लोगों की जान ले ली.

मई 2009 : पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में 20 लोगों की मौत जहरीली शराब का सेवन करने की वजह से हो गयी.

मार्च 2009 : दक्षिण-पश्चिम दिल्ली स्थित ब्रह्मपुरी कॉलोनी में शराब पीने की वजह से 12 लोगों की मौत हो गयी.

जनवरी 2009 : दक्षिण-पश्चिम कोलकाता के खिदिरपुर में देसी शराब पीने की वजह से 27 लोगों की मौत हो गयी.

मई 2008 : कर्नाटक में जहरीली शराब की वजह से 180 लोगों की मौत हो गयी.

मार्च 2006 : ओड़िशा के गंजाम जिले में स्थित बड़ाहुमा, खजुरिया पाली, सना रामचंद्रपुर, मदसूर्चुआन और बाउंसियापाड़ा में जहरीली शराब की वजह से 22 लोगों की मौत हो गयी.

दिसंबर 2004 : मुंबई के उपनगर विक्रोली में शराब का सेवन करने की वजह से दो महिला समेत कम से कम 87 लोगों की मौत हो गयी थी.

अक्तूबर 2001 : उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले में स्थित निठारी गांव में जहरीली शराब ने 18 लोगों की जान ले ली.

1992 : ओड़िशा में जहरीली शराब की वजह से सबसे बड़ी त्रासदी हुई थी, जब 200 लोगों की मौत हो गयी और 600 से अधिक लोग बीमार पड़ गये.

1981 : कर्नाटक के बेंगलुरु में शराब बनाने में सस्ते अल्कोहल के इस्तेमाल की वजह से शराब जहरीली हो गयी और 308 लोगों की मौत हो गयी.

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