सोनिया गांधी ने की पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की आज निंदा की और कहा कि यह हत्या सचेत करती है कि ‘ ‘असहिष्णुता और कट्टरता हमारे समाज में अपना सिर उठा रही है. ‘ ‘ सोनिया के पुत्र एवं पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार की […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की आज निंदा की और कहा कि यह हत्या सचेत करती है कि ‘ ‘असहिष्णुता और कट्टरता हमारे समाज में अपना सिर उठा रही है. ‘ ‘ सोनिया के पुत्र एवं पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार की कल की गयी हत्या की निंदा की और कहा कि सच्चाई को कोई दबा नहीं सकता.
कांग्रेस अध्यक्ष ने गौरी को एक ऐसी पत्रकार बताया जो निडर थी और अपने स्वतंत्र विचार रखती थीं, जो प्रणाली के खिलाफ खड़े होने के लिए दृढसंकल्प थीं. सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा, ‘ ‘देश में तर्कवादियों, स्वतंत्र सोच रखने वालों और पत्रकारों की हत्या की कई घटनाओं ने ऐसा माहौल पैदा कर दिया है कि असंतुष्ट, वैचारिक मतभेद और विचारों को लेकर असहमति आपकी जान को खतरे में डाल सकती है. इसे सहन नहीं किया जा सकता और इसे सहन नहीं किया जाना चाहिए.
कौन थीं ‘फायर ब्रांड’ पत्रकार गौरी लंकेश, जिनके तर्कवादी विचार ने बना दिये उनके दुश्मन?
‘ ‘ उन्होंने कहा, ‘ ‘यह हमारे लोकतंत्र के लिए अत्यंत दु:खद क्षण है और यह घटना सचेत करती है कि असहिष्णुता और कट्टरता हमारे समाज में अपना सिर उठा रही है. ‘ ‘ सोनिया ने कहा कि पार्टी इस हमले की निंदा करने में तर्कवादियों, विचारकों, पत्रकारों और मीडिया जगत के साथ खड़ी है.
सोनिया गांधी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से बात की और उनसे अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाने की दिशा में तेजी से कदम उठाने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘ ‘राज्य में सुरक्षित माहौल बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाया जाना चाहिए. ‘ ‘ कांग्रेस अध्यक्ष ने गौरी के परिवार के प्रति गहरी सहानुभूति जताई.
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘ ‘दक्ष हिंदुत्व नेता ‘ ‘ करार दिया और कहा कि वह जो बोलते हैं, उसका उनके आधार के लिए अलग मतलब होता है और दुनिया के लिए अलग मतलब होता है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘ ‘सच को कभी दबाया नहीं जा सकता. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा की विचारधारा सच को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो सकता. ‘ ‘ अपने वामपंथी नजरिए और हिंदुत्व राजनीति पर बेबाक विचारों के लिए जानी जाने वाली 55 वर्षीय गौरी की कल रात बेंगलुरु में उनके आवास में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.