भुवनेश्वर/नयी दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को खुली चुनौती दी है. उन्होंने ओड़िशा की नवीन पटनायक नीत बीजद सरकार को पूरी तरह विफल बताते हुए दावा किया है कि अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी 120 सीटें जीत कर दो तिहाई बहुमत से सरकार बनायेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पटनायक को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा कि जो सरकार काम नहीं कर सकती, राज्य का विकास नहीं कर सकती, उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
इसे भी पढ़ें: भागवत के बाद ममता सरकार ने अब अमित शाह के कार्यक्रम की बुकिंग रद्द की
एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, यह सब लोगों को पता है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा, यह किसी को मालूम नहीं है. भाजपा में अध्यक्ष किसी परिवार में जन्म लेने के आधार पर नहीं, बल्कि अपने कामकाज के आधार पर बनते हैं.
शाह ने भुवनेश्वर में ‘संकल्प से सिद्धि ‘ कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में विकास के मानक को ऊपर उठाने का काम किया है. कई सरकारें 50 साल में एक दो ऐतिहासिक काम करती हैं, मोदी सरकार ने तीन सालों में ऐसे 50 काम किये हैं, जो ऐतिहासिक हैं. मोदी सरकार ने ओड़िशा के विकास के लिए यूपीए सरकार के 13वें वित्त आयोग की तुलना में 14वें वित्त आयोग में लगभग ढाई गुना अधिक राशि दी है.
उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग के 79,486 करोड़ रुपये की जगह 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने ओड़िशा के लिए 2,11,510 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है. शाह ने कहा कि विकास के लिए ओड़िशा को दिया गया पैसा आखिर गया कहां, इसका हिसाब मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को देना चाहिए. शाह ने वर्ष 2019 में ओड़िशा विधानसभा चुनाव में 147 में से 120 सीटें जीतने के पार्टी के लक्ष्य के वास्ते अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को तैयार करने के लिए
बुधवार को राज्य की तीन दिवसीय यात्रा शुरू की. उन्होंने दावा किया कि भाजपा ओड़िशा में 120 से अधिक सीटें जीत कर दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. शाह ने कहा कि ओड़िशा में विकास की संभावना गुजरात से 100 फीसदी ज्यादा है, लेकिन ओड़िशा में विकास की संभावनाएं तलाशने के बजाय केवल भ्रष्टाचार हुआ है.
ओड़िशा यात्रा में शाह के साथ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर और धर्मेंद्र प्रधान भी हैं. इस यात्रा के दौरान शाह मिशन 120 के तहत अपनी रणनीति तैयार करने के लिए भाजपा विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कई दौर की बैठकें कर सकते हैं. उन्होंने जुलाई में अपनी पिछली ओड़िशा यात्रा के दौरान मिशन 120 तय किया था.
वैसे तो वर्तमान विधानसभा में भाजपा के महज 10 विधायक ही हैं, लेकिन इस साल के शुरू में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में अपने प्रभावी प्रदर्शन के बाद उसका उत्साह बढ़ा हुआ है. पार्टी मानती है कि वह सत्तारूढ़ बीजद से टक्कर लेने के रास्ते पर है और 147 विधानसभा सीटों में से 120 सीटें जीत सकती है. बीजद राज्य में वर्ष 2000 से सत्तारूढ़ है.
सूत्रों के अनुसार, ग्राम पंचायत चुनावों में भाजपा ने 853 जिला परिषद सीटों में से 306 सीटें जीती थीं, जबकि 2012 में वह महज 36 पर सिमट गयी थी. यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर शाह का वरिष्ठ नेताओं ने जोरदार स्वागत किया. उनका काफिला जुलूस की शक्ल में पार्टी मुख्यालय पहुंचा. शाह पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों एवं जिला प्रभारियों के साथ अलग-अलग बैठकें करने के अलावा शुक्रवार को जनता मैदान में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं की एक विशाल सभा को संबोधित करने वाले हैं.
जावडेकर ने कहा कि अब बहुत हो चुका. ओड़िशा की जनता का अब बीजद के 17 साल के शासन से मोहभंग हो चुका है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बीजद के शासन में राज्य के लोग पिछड़ेपन, कुशासन और भ्रष्टाचार से ऊब गये हैं और भाजपा के सुशासन की बेसब्री से बाट जोह रहे हैं.