नयी दिल्ली/पटना : उत्तर प्रदेश, नयी दिल्ली और महाराष्ट्र में गुरुवार को नौ घंटे के भीतर तीन रेलगाड़ियां पटरी से उतर गयीं और उत्तर प्रदेश में इसी तरह की एक घटना स्थानीय लोगों की सूझबूझ से टल गयी. इस हादसों पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने तंज कसा. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि एक दिन में तीन-तीन ट्रेनें पटरी से उतर गयी. इसलिए कहता हूं,"खूंटा बदलने से नहीं, संतुलित आहार देने व खुराक बदलने से भैंस ज़्यादा दूध देगी" यहां उल्लेख करे दें की रेल हादसे के बाद सुरेश प्रभु ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद हुए कैबिनेट फेरबदल में पीयूष गोयल को रेल की कमान सौपी गयी थी. उस वक्त भी लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि खूंटा बदलने से कुद नहीं होगा…
आपको बता दें कि पहली दुर्घटना गुरुवार की सुबह 6:25 बजे उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुई, जब जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस के सात डिब्बे ओबरा पुल के पास पटरी से उतर गये. हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. इसके कुछ घंटों के भीतर ही करीब पौने बारह बजे रांची-दिल्ली राजधानी के इंजन और पावर कार दिल्ली के मिंटो पुल के निकट पटरी से उतर गये, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. इसके बाद दोपहर 3:55 बजे महाराष्ट्र के खंडाला में एक मालगाड़ी के छह डिब्बे पटरी से उतर गये. इसी बीच, यूपी में फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ के बीच भोपतपट्टी के पास कालिंदी एक्सप्रेस बाल-बाल बच गयी.
गौर हो कि एक माह के भीतर यूपी में तीसरी और देश में सातवीं रेल दुर्घटना है. इस बीच, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन को सुनिश्चित करने के लिए रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
पुरानी रेल पटरियों को तत्काल बदलें : गोयल
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अधिकारियों को पुरानी रेल पटरियों को तत्काल बदलने का निर्देश दिया है. साथ ही रेलवे बोर्ड से दुर्घटना की आशंका वाले हिस्सों में नयी लाइनों के निर्माण के लिए चिह्नित मार्ग परवर्तित करने को कहा है. उन्होंने नयी रेलों की खरीद का काम तेज करने का भी आदेश दिया, ताकि लंबित प्रोजेक्टस में पटरियां बिछाने का काम पूरा हो. उन्होंने बोर्ड को इंजनों में कोहरा रोधी एलइडी लाइटें लगाने का आदेश भी दिया, ताकि सर्दियों में ट्रेनों की निर्बाध एवं सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित हो सके.
पटरी में दरार देख युवक ने रुकवायी ट्रेन
गुरुवार की सुबह दिल्ली से कानपुर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस बेपटरी होने से बाल-बाल बच गयी. दरअसल, यूपी के फर्रुखाबाद व फतेहगढ़ के बीच भोपतपट्टी के पास रेल की पटरी में दरार पड़ी हुई थी और ट्रेन गुजरने वाली थी. तभी पवन कुमार ने पटरी में पड़ी दरार को देखा. कुमार ने तुरंत अपनी लाल रंग की कमीज उतारी और वहीं खड़े होकर चेतावनी देने लगा. यह देख ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोक दी. इससे भीषण दुर्घटना टल गयी.