डेरा मुख्यालय में तलाशी अभियान में बिना पंजीकरण प्लेटवाले दो लग्जरी कार और पुराने करंसी नोट बरामद

सिरसा (हरियाणा) : सिरसा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय की शुक्रवार को ली जा रही तलाशी के दौरान बिना पंजीकरण प्लेटवाले एक-एक लग्जरी कार और पुराने करंसी नोट बरामद किये गये. डेरा प्रमुख बलात्कार के मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद से जेल में है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. सिरसा स्थित डेरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2017 10:21 PM

सिरसा (हरियाणा) : सिरसा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय की शुक्रवार को ली जा रही तलाशी के दौरान बिना पंजीकरण प्लेटवाले एक-एक लग्जरी कार और पुराने करंसी नोट बरामद किये गये. डेरा प्रमुख बलात्कार के मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद से जेल में है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय की गहन तलाशी चल रही है जिसमें सुरक्षा बल और जिले के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. कुछ कमरे भी सील किये गये हैं और हार्ड डिस्क ड्राइव तथा बिना लेवलवाली दवाएं बरामद हुई हैं. यह जानकारी हरियाणा जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक सतीश मेहरा ने दी जिन्हें प्रशासन ने मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत किया है.

उन्होंने कहा, ‘कुछ कमरों को सील किया गया है, कम्प्यूटर और हार्ड डिस्क ड्राइव, गैर पंजीकृत लेक्सस कार, एक ओबी वैन, सात हजार रुपये के बंद हो चुके नोट, 12 हजार रुपये नकद और बिना लेबलवाले कुद फार्मा दवाएं बरामद सामग्रियों में शामिल हैं.’ मेहरा ने कहा कि फोरेंसिक टीम करनाल और सोनीपत से सिरसा पहुंच चुकी है, जबकि फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी उत्तराखंड के रुड़की से बुलाया गया है. तलाशी के दौरान प्लास्टिक के ‘सिक्के’ पाये जाने की खबर की पुष्टि नहीं हुई है. सुबह आठ बजे शुरू हुई प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है और जिला तथा सत्र न्यायाधीश एकेएस पवार इसकी निगरानी कर रहे हैं जिन्हें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने प्रक्रिया की निगरानी के लिए मंगलवार को कोर्ट कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया था.

डेरा मुख्यालय की ओर जानेवाली सड़कों पर कर्फ्यू अब भी जारी है. किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति के डेरा परिसर में जाने की अनुमति नहीं है. करीब 800 एकड़ में फैले डेरा को तलाशी के उद्देश्य से दस जोन में बांटा गया है जिसमें हर जोन एक वरिष्ठ अधिकारी के नियंत्रण में है. सिरसा जिले में दस सितंबर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं ताकि अभियान के बारे में कोई अफवाह नहीं फैला सके और कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी को रोका जा सके. पत्रकारों को शाह सतनाम सिंह चौक पर रोक दिया गया जो मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. चौक पर भी भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं. डेरा के आसपास अन्य नाका पर भी भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं.

अधिकारियों ने बताया कि सुबह सुरक्षा बलों का बड़ा काफिला डेरा मुख्यालय के भीतर गया जिसमें पुलिस बसें, अर्द्धसैनिक बलों के वाहन, त्वरित प्रतिक्रिया दलों के वाहन, बम निष्क्रिय करनेवाले दस्ते, गड़बड़ी रोकनेवाले दलों के वाहन, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को लेकर जानेवाले कई वाहन शामिल थे. इनमें जिला प्रशासन के अधिकारियों के दल भी शामिल थे. इस पूरे अभियान के दौरान दमकल गाड़ियों के अलावा मिट्टी खोदनेवाले भारी वाहनों और ट्रैक्टरों का भी प्रयोग किया जा रहा है.

हरियाणा पुलिस के महानिदेशक बीएस संधू ने गुरुवारको चंडीगढ में कहा था, ‘हमने रणनीति बनायी है और हमें उम्मीद है कि परिसर को खतरा मुक्त बनाने के लिए चलाया जा रहा तलाशी अभियान बिना किसी रुकावट के पूरा होगा. डेरा प्रबंधन ने भी जांच के दौरान स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करने की इच्छा जतायी है.’ डेरा प्रबंधन ने इससे पहले कहा कि वह इस पूरे अभियान में सहयोग करेगा.

डेरा की अध्यक्ष विपश्यना इंसां का कहना है, ‘तलाशी अभियान शुक्रवार को शुरू हुआ है. हमने हमेशा कानून का पालन किया है. हम सरकार के इस अभियान में पूर्ण सहयोग करेंगे और सभी से शांति तथा स्थिरता बनाए रखने की अपील करते हैं.’ कोर्ट कमिश्नर पवार गुरुवारको सिरसा पहुंचे और प्रशासन तथा पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर शुक्रवार को चलाये जानेवाले अभियान के प्रक्रिया की जानकारी ली. इस प्रक्रिया का हिस्सा उप मजिस्ट्रेट, कार्यकारी मजिस्ट्रेट और राजस्व अधिकारी भी हैं.

डेरा के आसपास 16 नाके बनाये गये हैं. अर्द्धसैनिक बलों की कुल 41 कंपनियां सिरसा में तैनात की गयी हैं. बम निष्क्रिय करनेवाले दस्तों के पुलिसकर्मी, विशेष हथियार एवं टैक्टिक्स टीम के 40 कमांडो और डॉग स्क्वायड के अलावा सीआरपीएफ, सशस्त्र सीमा बल, त्वरित कार्रवाई बल और सीमा सुरक्षा बल को अभियान में शामिल किया गया है. हिसार के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ ढिल्लों, सिरसा के पुलिस अधीक्षक अश्विन शेन्वी और उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने सुरक्षा बलों द्वारा बनायी गयी चौकियों की जांच की है. पुलिस और डेरा प्रबंधन दोनों का कहना है कि सिरसा के ज्यादातर डेरा अनुयायियों ने अपने लाइसेंसी हथियारों को पुलिस के पास जमा करा दिया है.

गौरतलब है कि पंचकूला स्थित अदालत द्वारा राम रहीम सिंह को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद जिले सहित अन्य जगहों पर भयंकर हिंसा हुई थी. पंचकूला में हुई हिंसक घटनाओं में 35 लोग मारे गये थे, जबकि सिरसा में छह लोगों की मौत हुई थी. बाद में 29 अगस्त को राम रहीम को 10-10 साल की दो सजा सुनायी जो अलग-अलग चलेंगी. शुक्रवार को चलाये जा रहे पूरे अभियान की रिपोर्ट अदालत आयुक्त पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को सौंपेंगे. इसकी एक प्रति राज्य सरकार को भी दी जायेगी. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पहले कहा था कि इससे पहले डेरा के नामचर्चा गृहों की तलाशी एवं उन्हें खतरा मुक्त बनाने के लिए चलाये गए अभियान के दौरान कुछ ‘आपत्तिजनक’ सामग्री मिली है. उन्होंने कहा था कि इस तरह के 100 से ज्यादा केंद्रों को पहले ही खतरा मुक्त किया जा चुका है.

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