सीबीआई ने बीसीसीएल के पूर्व सीएमडी और उसके अधिकारियों के खिलाफ मामला किया दर्ज
नयी दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने वर्ष 2016 में 100 भारी मालवाहक ट्रक खरीदने से जुड़े घोटाले में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) टीके लहरी और अन्य पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन लोगों पर 100 टिप्पर काफी ऊंचे दाम पर खरीदने का […]
नयी दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने वर्ष 2016 में 100 भारी मालवाहक ट्रक खरीदने से जुड़े घोटाले में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) टीके लहरी और अन्य पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन लोगों पर 100 टिप्पर काफी ऊंचे दाम पर खरीदने का आरोप है, जिससे लार्सन एंड टुब्रो को 97 करोड़ रुपये का अनुचित लाभ हुआ. सीबीआई ने अपनी एफआईआर में तत्कालीन निदशकों अशोक सरकार, दिनेश चंद्र झा, महाप्रबंधक एएन सहाय, एस के पाणिग्रही, बरेन सिन्हा, जी उप्रेती, ए के गंगोपाध्याय और लार्सन एण्डटुब्रो प्रा. लिमिटेड को भी आरोपी ठहराया है.
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रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने 2012 और 2013 के बीच आपराधिक साजिश रचते हुए भारी माल वाहक ट्रक 100 टिप्परों की खरीद को मंजूरी दी. इन ट्रकों की लागत 383 करोड़ रुपये बतायी गयी. इन ट्रकों की खरीद उस समय के मौजूदा ट्रकों के स्थान पर की जानी थी.
सीबीआई का आरोप है कि इन ट्रकों की खरीद के प्रस्ताव को बिना किसी विशेषज्ञों की राय अथवा इस संबंध में समर्थन दस्तावेज के बिना ही दे दी गयी. इस खरीद में केंद्रीय खान योजना और डिजाइन संस्थान के विशेषज्ञों की भी राय नहीं ली गयी. सीबीआई का कहना है कि डंपर ट्रक सड़क से हटकर अन्य क्षेत्रों में उपयोगी होते हैं, जबकि टिप्पर मुख्य तौर पर राजमार्ग में ढुलाई के लिए उपयोगी होते हैं.