नयी दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के केंद्रीय पैनल के लिए हुए चुनाव में यूनाइटेड लेफ्ट ने बाजी मारी और सभी चारों पदों पर विजय हासिल की.मतगणना के बाद लेफ्ट यूनिटी की उम्मीदवार गीता कुमारी ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल कर ली है. उन्हें कुल 1506 वोट मिले हैं. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी विद्यार्थी परिषद की नजीदीकी उम्मीदवार को 1042 वोट मिले हैं. गीता कुमारी पानीपत की रहने वाली है. उन्होंने जेएनयू में फ्रेंच से बीए किया है और आधुनिक इतिहास से एमए की डिग्री हासिल की है. फिलहाल वह आधुनिक इतिहास में एमफिल के दूसरे साल में है. इस चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई रहा.एनएसयूआई की तरफ से अध्यक्ष पद की उम्मीदवार वृषनिका सिंह को 82 वोट मिले जबकि 127 छात्रों ने नोटा का विकल्प चुना. सेंट्रल पैनल के चारों सीटों पर कुल 1512 वोट नोटा को मिले.
गीता के पिता सेना के ऑर्डिनेंस विभाग में जेसीओ है.गीता कुमारी के साथ जीतने वाले तीन अन्य उम्मीदवार भी लेफ्ट से हैं.अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशियों ने भी अध्यक्ष पद समेत सेंट्रल पैनल के सारे सीटों पर युनाइटेड लेफ्ट को कड़ी टक्कर दी.विद्यार्थी परिषद् की ओर से अध्यक्ष पद की दावेदार निधि त्रिपाठी दूसरी पोजिशन पर रहीं.निर्वाचन पैनल के अधिकारियों ने बताया कि कल रात साढ़े नौ बजे शुरू हुई मतगणना के परिणाम देर रात घोषित किए गए.मतगणना में यूनाइटेड लेफ्ट के उम्मीदवार आगे थे और उनके समर्थकों ने जश्न पहले ही मनाना शुरू कर दिया था.उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से आइसा की सिमोन जोया खान चुनी गईं. उन्हें कुल 1876 वोट मिले जबकि एबीवीपी के दुर्गेश कुमार को कुल 1028 वोट मिले. बापसा के उम्मीदवार सुबोध कुमार 910 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे.
जनरल सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से दुग्गीराला श्रीकृष्णा चुने गए. इन्हें कुल 2082 मत मिले जबकि इनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी के निकुंज मकवाना को कुल 975 वोट मिले. बापसा के करम बिद्यानाथ खुमान को 854 वोट मिले.जॉइंट सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से डीएसएफ के शुभांशु सिंह कुल 1755 वोट मिले और एबीवीपी के पंकज केशरी को 930 वोट जबकि बापसा के विनोद कुमार को 860 वोट मिले.