पणजी : भारतीय नौसेना की महिला टीम रविवारको जहाज से दुनिया के भ्रमण पर निकली. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के लिए इसे ऐतिहासिक दिन बताया. मंत्री ने यहां पास के आइएनएस मंडोवी बोट पुल में एक समारोह में भारतीय नौसेना के इस तरह के पहले अभियान नाविक सागर परिक्रमा को रवाना किया. चालक दल का छह सदस्यीय महिला दल भारत में निर्मित जहाज आइएनएसवी तारिणी से दुनिया का भ्रमण करेगा. इस दल की कप्तान लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी हैं.
सीतारमण ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, यह ऐसा अवसर नहीं है जो पांच या 10 साल में होता है. यह भारत और उसके नौवहन इतिहास के लिए ऐतिहासिक दिन है. वैश्विक रूप से मुझे लगता है कि हमारी महिलाएं ऐसी चीज के लिए निकल रही हैं जिसे अधिकतर नौसेना ने सोचा भी नहीं है. गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परीकर और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी इस अवसर पर मौजूद थे.
सीतारमण ने पूर्व रक्षा मंत्री परीकर को प्रेरणादायी राजनीतिक मार्गदर्शक बताया. मंत्री ने इस महत्वाकांक्षी और कठिन पहल के लिए नौसेना की तारीफ की. सीतारमण ने विश्वास जताया कि महिला अधिकारी अपने अभियान में सफलता हासिल करेंगी. उन्होंने कहा, यह महज एक सामान्य अभियान नहीं है. उनके संकल्प और साहस की हर पल परीक्षा होगी. मैं आश्वस्त हूं कि उनकी समुद्र यात्रा सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद हम उन्हें यहां वापस देखेंगे.
बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, महिलाएं अपनी प्रतिभा, कौशल और संकल्प के कारण बल से जुड़ने को आगे आ रही हैं. लेकिन, उन्हें जब कभी मदद की जरूरत होगी हम उनके लिए तैयार रहेंगे. लेफ्टिनेंट कमांडर जोशी के अलावा नाविका सागर परिक्रमा टीम के अन्य सदस्यों में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, लेफ्टिनेंट पी स्वाति , लेफ्टिनेंट विजया देवी, लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता और लेफ्टिनेंट बी ऐश्वर्या हैं.
इस अवसर पर एडमिरल लांबा ने कहा कि यह पहली बार है जब भारतीय महिला दल की सदस्य दुनिया के जल सफर का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा, समुद्र में करीब 165 दिनों में जलयात्रा पूरी होगी. इस समुद्र यात्रा में तारिणी जहाज फ्रेमेंटल (ऑस्ट्रेलिया), लिटेलटन (न्यूजीलैंड), पोर्ट स्टैनली (फाॅकलैंड) और केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका) में रुकेगा.