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#SafeSchools : महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी का सुझाव – स्कूलों में गैर शिक्षण कर्मचारी भी महिलाएं ही हों

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी नेरविवारको सुझाया कि स्कूलों में वाहन चालक, कंडक्टर और गैर शिक्षण कर्मचारी महिलाएं होनी चाहिए, ताकि बाल यौन शोषण की घटनाएं रोकी जा सकें. महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भी संपर्क किया है. उनका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2017 9:51 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी नेरविवारको सुझाया कि स्कूलों में वाहन चालक, कंडक्टर और गैर शिक्षण कर्मचारी महिलाएं होनी चाहिए, ताकि बाल यौन शोषण की घटनाएं रोकी जा सकें.

महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भी संपर्क किया है. उनका बयान दो स्कूल परिसरों में दो नाबालिग छात्रों के कथित यौन उत्पीड़न की घटनाओं की पृष्ठभूमि में आया है, जिनमें से एक की हत्या कर दी गयी.

मेनका ने बताया, हमने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से कहा है और यह महिलाओं से संबंधित नीति (मसौदा) में भी शामिल है, कि स्कूलों में वाहन चालक, कंडक्टर और गैर शिक्षण कर्मचारी महिलाएं हों.

जुलाई में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नेतृत्व वाले एक मंत्री समूह ने राष्ट्रीय महिला नीति (मसौदा) को मंजूरी दे दी थी और अब वह मंत्रिमंडल के पास लंबित है. गत शुक्रवार को गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में एक स्कूल बस कंडक्टर ने सात साल के एक छात्र की कथित रूप से हत्या कर दी थी.

आरोपी कथित रूप से बच्चे के यौन शोषण की कोशिश कर रहा था जिसे रोकने पर उसने छात्र की जान ले ली.शनिवार को दिल्ली के शाहदरा इलाके में स्थित एक निजी स्कूल के एक चपरासी ने कथित रूप से पांच साल की एक बच्ची के साथ बलात्कार किया.

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्कूलों में अनुबंध पर रखे जाने वाले कर्मचारी चिंता का विषय हैं और यह मुद्दा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सामने उठाया जायेगा.

रेयान इंटरनेशनल स्कूल के आरोपी बस कंडक्टर को एक सुरक्षा एजेंसी ने काम पर लगाया था, जिससे स्कूल अनुबंध आधार पर सेवाएं ले रहा था. स्कूल ने अब एजेंसी से संबंध तोड़ लिये हैं.

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