छत्तीसगढ़ में भालुओं के हमले में चार ग्रामीणों की मौत
कोरबा : छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में दो अलग घटनाओं में भालुओं के हमले में चार ग्रामीणों की मौत हो गयी है तथा एक अन्य ग्रामीण घायल हो गया. सरगुजा क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि भालुओं के हमले में क्षेत्र के जशपुर जिले में दो लोगों की तथा सूरजपुर जिले में दो […]
कोरबा : छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में दो अलग घटनाओं में भालुओं के हमले में चार ग्रामीणों की मौत हो गयी है तथा एक अन्य ग्रामीण घायल हो गया. सरगुजा क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि भालुओं के हमले में क्षेत्र के जशपुर जिले में दो लोगों की तथा सूरजपुर जिले में दो लोगों की मौत हो गयी है. वहीं एक अन्य ग्रामीण घायल हो गया है.
अधिकारियों ने बताया कि जशपुर जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र में गिनाबहार गांव निवासी अश्विन किस्पोट्टा (16 वर्ष) और लिनुस मिंज (42 वर्ष) रविवार दोपहर मवेशी चराने गये थे. इस दौरान एक भालू ने अश्विन पर हमला कर दिया. हमले के दौरान जब अश्विन शोर मचाया तब उसकी आवाज सुनकर लिनुस भी वहां पहुंच गया. तब भालू ने उस पर भी हमला कर दिया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में अश्विन की मौके पर ही मौत हो गयी वहीं लिनुस ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र के सूरजपुर जिले के रामानुजनगर वन परिक्षेत्र में भालू के हमले से दो ग्रामीणों की मौत हो गयी तथा एक ग्रामीण घायल हो गया है.
उन्होंने बताया कि राजापुर गांव निवासी महिपाल (42 वर्ष) रविवार को जंगल के समीप अपने खेतों में धान की फसल को देखने गया था. तभी एक भालू ने उस पर हमला कर दिया. उसकी चीख सुनकर मदद के लिए जब अन्य ग्रामीण भूलन राम (45 वर्ष) ने भालू पर पत्थर फेंक कर भगाने का प्रयास किया तब भालू ने उस पर भी हमला कर दिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस दौरान जंगल में लकड़ी काटने पहुंचे अन्य ग्रामीण मोहन केंवट ने भूलन राम को बचाने का प्रयास किया तब भालू ने मोहन पर भी हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि भालू के हमले के बाद मोहन घायल अवस्था में ही वहां से भाग गया. वह रास्ते में बेहोश होकर गिर गया था. उसे ग्रामीणों ने जिला चिकित्सालय सूरजपुर में भर्ती कराया.
इधर जब तक लोग अन्य दो ग्रामीणों के करीब पहुंचे, उनकी मौत चुकी थी. अधिकारियों ने बताया कि दोनों घटना में वन विभाग ने मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपये तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की है. शेष राशि नियमानुसार बाद में दी जायेगी.